मालदीव मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े हुए शरद पवार

Published

नई दिल्ली/डेस्क: भारत-मालदीव विवाद में एनसीपी चीफ शरद पवार ने कांग्रेस की लाइन से हटकर बयान दिया है। पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए कहा है कि वह देश के बाहर किसी बात को स्वीकार नहीं करेंगे। इसमें शरद पवार का रुख कांग्रेस से अलग है, क्योंकि दोनों ही दल विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के हिस्से हैं।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण को लेकर आपत्ति जताई है, जबकि शरद पवार ने उनका समर्थन किया है। मालदीव विवाद में बढ़ते तनाव के बावजूद, इस पूरे मसले में दोनों दलों के बीच मतभेद हैं।

कांग्रेस ने इस मुद्दे पर अपनी पकड़ को साफ रखते हुए खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विदेश नीति में अपनी इच्छानुसार काम कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस इसमें सरोकार नहीं रखती है। मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने मीडिया संवाद में कहा कि हमें अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की आवश्यकता है, लेकिन हमें चुनौतीपूर्ण स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए।

खरगे ने इस मुद्दे पर आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हर चीज को व्यक्तिगत रूप से ले रहे हैं और इसे विमोचन के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने इस बारे में उदाहरण के रूप में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से काटकर बांग्लादेश का निर्माण किया था।

इसी बीच, देशभर में प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणियों के कारण लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। विभिन्न देशों ने भारत का समर्थन किया है, जबकि इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनसीपी के बीच अलग-अलग दृष्टिकोण होने के बावजूद, देशवासियों में यात्रा पर रोक लगने का असर दिख रहा है। इसके साथ ही, मालदीव में भी विवाद के चलते राजनीतिक हलचल बढ़ रही है।

लेखक: करन शर्मा