नई दिल्ली/डेस्क: सिक्किम में बादल फटने से सिक्किम के लोगों को तबाही का सामना करना पड़ा, जिसमें तीस्ता नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया। इसी बीच, सिक्किम के गवर्नर लक्ष्मण आचार्य ने एक बड़े निजी स्कूल के छात्रों और शिक्षकों की मदद के लिए कुछ अद्भुत किया है, जिसकी यूपी में तारीफ हो रही है।
बात यहां से शुरू होती है कि एक निजी स्कूल के 45 बच्चे और 5 शिक्षक सिक्किम टूर पर गए थे। उनका कार्यक्रम गंगटोक से दार्जिलिंग के लिए निर्धारित था, लेकिन प्राकृतिक आपदा के चलते वे गंगटोक के होटल में फंसे रहे। इस संकट के दौरान, एक अभिभावक ने सिक्किम के गवर्नर से मदद के लिए संदेश भेजा, और कुछ ही समय में सिक्किम के गवर्नर खुद ही होटल पहुंच गए।
गवर्नर साहब ने न केवल बच्चों और शिक्षकों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि उन्होंने आगे के सफर के लिए भी प्रशासन को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए। इसके बाद, बच्चे अपने अन्य जगहों पर सुरक्षित तरीके से पहुंचने में सफल रहे। बताया जा रहा है कि दार्जिलिंग मार्ग डायवर्ट होने के कारण सभी बच्चे और शिक्षक सुरक्षित सिलीगुड़ी पहुंच चुके हैं।
वाराणसी से जुड़े रहने वाले गवर्नर लक्ष्मण आचार्य के रूप में वे न केवल राज्य के गवर्नर हैं, बल्कि वे बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता भी हैं और राजनीति में भी बड़ा योगदान दे रहे हैं।
उनके सरल और संजीदा नेतृत्व की मिसाल देने के बाद, उन्होंने बच्चों के हौसले को बढ़ाने में अपना योगदान दिया, और इससे वह उत्तर प्रदेश में आपदा के समय की तारीफ के पात्र हुए।
लेखक: करन शर्मा