महिला आरक्ष बिल पर किसी ने कहा राजनीति हुई है तो किसी ने बताया ऐतिहासिक दिन, जानिए किसने क्या कहा…

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नई दिल्ली: भले ही भारत की नई संसद में सदन के दौरान तो-तिहाई मतों से विधेय (महिला आरक्षण बिल) पास हो गया हो, लेकिन इसके बाबजूद भी ये बिल आलोचनाओं से घिर दिख रहा है। विपक्ष पार्टियों के नेताओं ने भले भी इस बिल पर अपनी सहमति जता दी हो, लेकिन वो अभी भी इसमें खामिया बता रहे हैं। सदन के दूसरे दिन कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने महिला आरक्षण पर अपनी सहमति तो जाहिर कर दी, लेकिन वो इस बात को कहने से जरा भी नहीं झिझके कि ये बिल अभी अधूरा है। उन्होंने संसद में बोलते हुए इस बात पर बिशेष ध्यान दिया कि ये बिल बिन परिसिमन और जातिगत जनगणना के साथ-साथ ओबीसी आरक्षण के बिना आधूरा है।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर जताई खुशी

महिला आरक्षण बिल के पारित होने पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर सभी पार्टियों के सांसदों का धन्यवाद किया। इस अभूतपूर्व समर्थन के साथ लोकसभा में संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023 पारित होने पर खुशी हुई। मैं सभी पार्टियों के सांसदों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस विधेयक के समर्थन में मतदान किया।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कानून है, जो महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा और हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं की और भी अधिक भागीदारी को सक्षम करेगा।

बिल लाने की जल्दी क्या थी- हरसिमरत कौर बादल

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, “यह ऐतिहासिक दिन तो है लेकिन महिलाओं को इसका क्या फायदा हुआ जब पता ही नहीं है कि इस आरक्षण का कब फायदा मिलेगा? बिल लाने की जल्दी क्या थी जब आप 10 साल नहीं लाए, अब लेकर आए हैं जब यह लागू नहीं हो सकता।”

27 वर्षों का इंतजार खत्म हुआ- अनुराग ठाकुर

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “जो 27 वर्षों का इंतजार था वह मोदी जी के नेतृत्व में आज लोकसभा में खत्म हुआ। सभी ने वर्षों से यही देखा कि कई राजनीतिक दल महिला आरक्षण बिल लाने का प्रयास तो करते थे, लेकिन पूरा नहीं करा पाते थे।” मीडिया से बात चीत के दौरान अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि नारी शक्ति वंदन बिल के वोटिंग के समय सोनिया गांधी या कुछ ऐसे सांसद कहां थे जिनके पास इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने का अवसर था।”

यब बिल प्रतीकात्म है- कार्तिक चिदंबरम

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने मीडिया से बात चीत के दौरान कहा कि, “यह बिल प्रतीकात्मक है लेकिन इसको प्रभाव में आने के लिए दो स्टेप से गुजरने होगा। पहले परिसीमन करना होगा और जनगणना करनी होगी जो 2011 के बाद से नहीं हुई है। जब तक यह दो चीजें नहीं होंगी तक तक यह बिल प्रतीकात्मक है। हम प्रतीकात्मक रूप से इसका समर्थन कर रहे हैं।”

महिला आरक्षण बिल राजनीति पर आधारित है- डिंपल यादव

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, “मैं सभी माताओं, बहन, बेटियों को बधाई देना चाहूंगी एक ऐतिहासिक बिल पास हुआ है लेकिन सरकार की तरफ से इस बिल को लाने में देरी हुई है। अब चूंकि चुनाव में 1 साल से भी कम समय बचा है तो उसे देखते हुए और INDIA गठबंधन की मजबूती देखते हुए सरकार यह बिल लेकर आई है।”

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बिल को बताया जुमला

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि,”हम सभी को चिंता थी कि यह एक जुमला है क्योंकि परिसीमन और जनगणना के संदर्भ में कोई भी समय निर्धारित नहीं किया गया है, जिससे यह बहुत अस्पष्ट हो जाता है कि इसे वास्तव में कब लागू किया जाएगा।”

अगर महिला संसद में आएंगी तो देश को और मजबूती मिलेगी- फारूक अब्दुल्ला