सीतामढ़ी/बिहार: देश में मानसून की दस्तक के बाद से कई तस्वीरें हमारे सामने आईं. उत्तर भारत के कई राज्य जलमग्न हो गए. राजधानी दिल्ली में भी यमुना नदी के जलस्तर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए . जहां एक तरफ बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है तो वहीं, कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां लोग पानी के लिए तरस रहे हैं.
पानी के लिए तरस रहे लोग
सीतामढ़ी के सुरसंड प्रखंड के करड़वाना गांव में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा है. गांव के लगभग सभी चापाकलों (नलों) से अब पानी निकलना बंद हो गया है. पानी नहीं आने की वजह से क्षेत्र के लोगों में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है. कई ऐसे लोग हैं जो गांव छोड़ कर अपने संबंधियों के यहां जाकर शरण ले रहे हैं. जिला प्रशासन से गुहार लगाए जाने के बाद भी लोगों की इस गंभीर समस्या का कोई निदान अभी तक नहीं निकल पाया है.
लोगों को प्रशासन से उम्मीद
लोगों को मवेशियों को नहलाने और उनको पानी पिलाने में भी परेशानी हो रही है. इस क्षेत्र के अधिकतर लोग जीविका के लिए पशुपालन करते हैं. बता दें कि सीतामढ़ी जिले के अधिकांश इलाकों में पीने के पानी को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हो चुकी है.
ज्यादातर इलाकों में चापाकल से पानी निकलना बंद हो गया है. पानी की कमी से लोगों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है. पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही उनके क्षेत्र में बारिश होगी और उन्हें राहत मिलेगी. इसके अलावा उन्हें प्रशासन से भी उम्मीद है कि जल्द ही उनकी समस्या का निवारण होगा.
रिपोर्ट- आदित्य झां