Ladakh activist Sonam Wangchuk: दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए सोनम वांगचुक हुए रिहा, राजघाट पर बापू को दी श्रद्धांजलि

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Ladakh activist Sonam Wangchuk: दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लद्दाख के कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को बुधवार (2 अक्टूबर 2024) को बावाना पुलिस स्टेशन से रिहा कर दिया गया। पुलिस टीम ने उन्हें राजघाट तक पहुंचाया, जहां वे गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

पूरी हुई सोनम वांगचुक की पदयात्रा!

सोनम वांगचुक और उनके साथ करीब 120 अन्य लद्दाख के लोगों को सोमवार (30 सितंबर 2024) रात को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर हिरासत में लिया गया था। वे संविधानिक सुरक्षा की मांग को लेकर लेह से दिल्ली तक पदयात्रा कर रहे थे, जो 1 सितंबर को शुरू हुई थी और 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के दिन राजघाट पर समाप्त होनी थी।

इससे पहले लद्दाख के सांसद मोहम्मद हनीफा को भी दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिन्हें मंगलवार (1 अक्टूबर 2024) को रिहा कर दिया गया। हनीफा की गिरफ्तारी तब हुई जब सोमवार को सोनम वांगचुक समेत सौ से अधिक प्रदर्शनकारियों को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर रोका गया।

बता दें कि 1 अक्टूबर को कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (केडीए) और लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) ने वांगचुक की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे लद्दाख में बंद का आह्वान किया। लद्दाख के बाजार बंद रहे और लोगों ने वांगचुक की रिहाई और क्षेत्र के अधिकारों की सुरक्षा के लिए छठी अनुसूची की मांग की।

सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों ने लेह से दिल्ली तक की पदयात्रा की शुरुआत इस उद्देश्य से की थी कि केंद्र सरकार लद्दाख की नेतृत्वकारी संस्थाओं से संवाद फिर से शुरू करें और उनके संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए छठी अनुसूची में लद्दाख को शामिल करने की मांग पर विचार करें।

बता दें कि यह पदयात्रा लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस के सहयोग से आयोजित की गई, जो पिछले चार वर्षों से इस मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।