प्रदर्शन कर रहे किसानों को काबू करने के लिए पुलिस ने बॉर्डर पर तैनात की साउंड तोपें, फाड़ देगी कानों का पर्दा!

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शंभू बॉर्डर: वर्तमान में किसान आंदोलन ने दिल्ली के उत्तरी और पश्चिमी बॉर्डर पर एक नया रूप ले लिया है और इसके साथ ही पुलिस भी उत्तरी और पश्चिमी बॉर्डर पर कठिनाई का सामना कर रही है। अब तक, बॉर्डर पर लगे बैरिकेड तोड़ने के प्रयासों को रोकने के लिए पुलिस ने नई रणनीतियां अपनाई हैं। इसका एक हिस्सा है लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस, जिसे साउंड कैनन के रूप में भी जाना जाता है। चिलए जानते हैं क्या होता है LRAD सिस्टम?

क्या है LRAD डिवाइस?

लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस (LRAD) एक विशेष लाउडस्पीकर है जो उच्च शक्ति की आवाज पैदा करता है। इसका उपयोग विभिन्न देशों की पुलिस फोर्सों द्वारा भीड़ को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। यह डिवाइस अमेरिकी सेना द्वारा 2000 के दशक में विकसित किया गया था।

क्या हैं डिवाइस की खासियतें?

  1. अत्यधिक ध्वनि: LRAD से आवाज़ की तेजी इतनी होती है कि कोई उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता है।
  2. वजन: इसका वजन 6.8 से 150 किलोग्राम के बीच होता है।
  3. आवाज़ की शक्ति: यह डिवाइस 152 डेसिबल तक की आवाज पैदा कर सकता है।

साउंड कैनन की शुरुआत

इस तकनीकी उपाय की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना द्वारा 2000 के दशक में की गई थी। यह डिवाइस पहले यूएसएस कोल पर हुए आत्मघाती हमले के बाद आम इस्तेमाल में आई थी।

कहां-कहां होता है इसका इस्तेमाल?

यह डिवाइस पुलिस फोर्सों के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी उपयोग किया जा रहा है, जैसे…

  1. सुरक्षा के क्षेत्र में: आपातकालीन स्थितियों में और सुरक्षा कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है।
  2. सैन्य उपयोग: सीमावर्ती क्षेत्रों में या सीमांत विवादों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यह उपयोगी साबित होता है।
  3. अत्यधिक आवाज़ के क्षेत्र में: ऐसे क्षेत्रों में जहां अत्यधिक ध्वनि का उपयोग आवश्यक हो, वहां भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

साउंड कैनन एक प्रभावी और प्रशासनिक उपकरण है जो भीड़ को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, हालांकि इसका उपयोग सावधानी और न्याय के साथ किया जाना चाहिए। इसका दुरुपयोग अत्यंत असुरक्षित हो सकता है और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को भी आपत्तिजनक रूप से प्रभावित कर सकता है। हालांकि, इस प्रकार के तकनीकी उपायों का इस्तेमाल करने पर उच्च स्तर पर जिम्मेदारी और सावधानी बरतना आवश्यक है ताकि वे नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन ना करें।

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