भारत दौरे पर स्पेन के राष्ट्रपति, PM मोदी के साथ Tata Aircraft Complex का करेंगे उद्घाटन

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Tata Aircraft Complex

Spanish President India visit: स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज 27 अक्टूबर से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर, स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज अपनी पत्नी बेगोना गोमेज के साथ 27 से 29 अक्टूबर 2024 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं. इस दौरान वे पीएम मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करने वाले हैं. साथ ही वडोदरा में C-295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन (Tata Aircraft Complex) प्लांट का उद्घाटन भी करेंगे.

वडोदरा में C-295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन प्लांट का उद्घाटन

पीएम मोदी और पेड्रो सांचेज वडोदरा में C-295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन प्लांट का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि ये एविएशन सेक्टर में एक प्रमुख मेक इन इंडिया पहल है, जिसे टाटा एडवास्ंड सिस्टम्स (Tata Aircraft Complex) द्वारा एयरबस स्पेन के सहयोग से स्थापित किया जा रहा है. ये साल 2026 में बनकर तैयार हो जाएगा.

राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज की भारत की पहली यात्रा

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि यह राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज की भारत की पहली यात्रा है. स्पेन के राष्ट्रपति की यात्रा 18 साल के बाद हो रही है. इससे पहले पीएम मोदी और राष्ट्रपति सांचेज बहुपक्षीय बैठकों के दौरान कई बार एक-दूसरे से मिल चुके हैं.

मुंबई भी जाएंगे राष्ट्रपति सांचेज

वहीं राष्ट्रपति सांचेज अपनी यात्रा के दौरान मुंबई भी जाने वाले हैं, जहां वे आधिकारिक कार्यक्रमों के साथ-साथ व्यापार और उद्योग के नेताओं, थिंक टैंक और फिल्म उद्योग के साथ बातचीत करेंगे. इसका उद्देश्य भारतीय और स्पेनिश मीडिया और मनोरंजन उद्योग के बीच अधिक सहयोग को बढ़ावा देना है.

कई समझौतों पर हो सकते हैं हस्ताक्षर

यात्रा के दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की भी उम्मीद जताई जा रही है, जो कि द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगी.

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि, भारत और स्पेन के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2017 में स्पेन की यात्रा के बाद द्विपक्षीय संबंधों को नई गति मिली. राष्ट्रपति सांचेज की यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करने और व्यापार और निवेश, आईटी, नवाचार, बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, फार्मा, एग्रो-टेक और बायो-टेक, संस्कृति और पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी को और गहरा करने का अवसर होगा.

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