हाल ही में 10 साल के बाल संत अभिनव अरोड़ा एक वीडिया वायरल होने के बाद विवाद के घेरे में आ चुके हैं. हाल ही में एक धार्मिक कार्यक्रम में अभिनव ने मंच पर ताली बजाकर राम नाम का जयकारा लगाया, लेकिन इस दौरान जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने उन्हें मंच से नीचे उतरने के लिए कह दिया. जिसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें स्वामी रामभद्राचार्य की नाराजगी देखी जा सकती है.
स्वामी रामभद्राचार्य की प्रतिक्रिया आई सामने
न्यूज एजेसी एएनआई के अनुसार, स्वामी रामभद्राचार्य ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वह बहुत मूर्ख लड़का है… वह कहता है कि श्री कृष्ण भगवान उसके साथ पढ़ते हैं. मैंने उसे वृंदावन में भी बहुत डांटा था.” उनकी इस प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर और अधिक बहस छेड़ दी है.
क्या है पूरा मामला?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब स्वामी रामभद्राचार्य किसी व्यक्ति से बात कर रहे थे, तभी अभिनव अरोड़ा मंच पर आकर जयकारा लगाने लगे. स्वामी रामभद्राचार्य को यह बर्ताव पसंद नहीं आया और उन्होंने सेवादारों से अभिनव को मंच से नीचे उतारने के लिए कहा. इस घटना के बाद अभिनव को तुरंत मंच से नीचे उतार दिया गया. इसके बाद वहां मौजूद सेवादारों ने तुरंत अभिनव को मंच से नीचे उतार दिया.
अभिनव अरोड़ा कौन हैं?
बता दें कि अभिनव अरोड़ा का दावा है कि उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा महज तीन साल की उम्र में शुरू की थी और वह श्री राम और श्री कृष्ण के भक्त हैं. इंस्टाग्राम पर उनके लगभग दस लाख फॉलोअर्स हैं और वह खुद को भारत के सबसे कम उम्र के आध्यात्मिक वक्ताओं में से एक मानते हैं. उनकी सोशल मीडिया उपस्थिति में अक्सर राजनीतिक नेताओं और बॉलीवुड सितारों के साथ उनकी तस्वीरें देखने को मिलती हैं.
हालांकि, अभिनव के आध्यात्मिक दावों को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. YouTube चैनल ‘ओनली देसी’ और अन्य आलोचकों का मानना है कि उनकी प्रसिद्धि उनके पिता के प्रभाव का परिणाम है, जो एक उद्यमी और प्रेरक वक्ता हैं. यही कराण है कि कई लोग उनकी आध्यात्मिक यात्रा की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल भी किया जाता है.