नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शुक्रवार को इंग्लैंड के साथ होने वाले पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया है। इस टीम में एक नए नाम की एंट्री हुई है, जो काफी चर्चा में है। क्योंकि ध्रुव जुरेल का घरेलू मैचों में अच्छा रिकॉर्ड रहा है। जुरेल काफी समय से IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते आ रहे हैं। करीब 23 साल के ध्रुव उत्तर प्रदेश और रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए भी खेल चुके हैं। टीम इंडिया में उनके नाम की घोषणा के बाद जुरेल ने एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में अपने संघर्ष और परिवार की बात कही।
पिता चाहते थे ध्रुव फौजी बने
ध्रुव के पिता सेना में हवलदार थे और वो चाहते थे कि ध्रुव फौज में जाएं और देश की सेवा करें। क्योंकि ध्रुव के पिता कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं। लेकिन ध्रुव ने सेना नहीं क्रिकेट को चुना। ध्रुव के मुताबिक, उनके परिवार की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं थी।
किट दिलाने के लिए मां ने बेच दी थी सोने की चैन
जब ध्रुव ने अपनी पहली क्रिकेट किट खरीदनी चाही तब उनके पास पैसे नहीं थे। पिता ने किट दिलाने से साफ मना कर दिया था, लेकिन टूर्नामेंट खेलने कि जिद के आगे मां ने अपनी सोने की चैन बेच दी और उसके पैसे से जुरेल ने अपनी पहली किट खरीदी। उसके बाद से वो नहीं रुके और क्रिकेट पर जुरेल के फोकस के बाद अलग-अलग स्टेज से गुजरने के बाद उन्हें IPL खेलने का मौका मिला।
जिसके बाद से ही जुरेल की किस्मत पलटी और टीम के लिए घरेलू पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया। जिसकी बदौलत बीसीसीआई ने शुक्रवार रात टीम इंडिया का ऐलान किया। इसमें कई बड़े प्लेयर्स का नाम नहीं था। लेकिन ध्रुव के नाम ने सभी को चौंका दिया। क्योंकि टीम इंडिया ने ईशान किशन को ड्रॉप कर दिया है। वहीं, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी जगह बनाने में नाकाम रहे।
बता दें कि ध्रुव जुरेल उत्तर प्रदेश के आगरा से आते हैं। ध्रुव ने फर्स्ट क्लास मैचों की 19 पारियों में 790 रन बनाए हैं। इस दौरान एक शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं। वे भारत-ए के 10 मैच खेल चुके हैं, इसमें 2 अर्धशतक लगाए हैं।