छात्रों ने उठाई आवाज, 7 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन

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रतलाम/मध्य प्रदेश: नर्सिंग स्टूडेंट्स की परीक्षा 3 साल से नहीं हुई है. इससे छात्र नाराज हैं। छात्रों का कहना है कि उनका भविष्य खराब हो रहा है। परीक्षा नहीं होने से वे आगे की पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं।

इस संबंध में छात्रों ने शासन-प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिया है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। परीक्षाएं संचालित किए जाने सहित 7 सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने नर्सिंग छात्रों के साथ घंटाघर चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया।

तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाने की कोशिश लेकिन वे नहीं माने और देर रात तक धरना जारी रहा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के साथ नर्सिंग स्टूडेंट्स धरने पर बैठे। यहां नारेबाजी की और मांगों को जल्द से जल्द पूर्ति किए जाने की बात कही।

छात्रों की मांग है कि साल 2020-21 से रुकी परीक्षाएं संचालित की जाएं। जीएनएम के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित करें, छात्रवृत्ति प्रदान करें। प्रवेश और परीक्षा में हुए घोटाले के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। भर्ती में अभ्यर्थियों की आयु सीमा में वृद्धि की जाए। कोरोना काल में जिन विद्यार्थियों को चिकित्सालयों में सेवा हेतु शासन ने नियुक्त किया, उन्हें उनका वेतन शीघ्र दिया जाए। 

रिपोर्ट: राहुल बैरागी

लेखक: रोहन मिश्रा