Muzaffarnagar School Slapping Case: मुस्लिम बच्चे को हिंदू बच्चों से पिटवाने के मामले में SC का UP सरकार को निर्देश, जानिए पूरा मामला…  

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के स्कूल में 24 अगस्त को सोशल मीडिया पर एक वीडिया वायरल हुआ था, जिसमें एक बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मारने का मामला सामने आया था। सोमवार (6 नवंबर) को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को निर्देश देते हुए कहा कि वह बच्चे के पैरेंट्स की पंसद के स्कूल में उसका एडमिशन करवाए। बात दें कि इस मामले में अब अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

क्या था पूरा मामला?

24 अगस्त से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक मुस्लिम बच्चे को गैर मुस्लिम बच्चों से पिटवाया जा रहा था। यह वीडियो मुजफ्फरनगर के एक प्राईवेट स्कूल (नेहा पब्लिक स्कूल ख़ूबबापुर मंसूरपुर मुज़फ्फरनगर) का था।

वीडियो वायरल होने और इस घटना के सियासत में आने के बाद अब पुलिस प्रशासन भी एक्शन मोड में आ चुका था। पुलिस ने शिक्षिका तृप्ती त्यागी के खिलाफ धारा 323 और 504 के तहत मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई की थी।

कहां का था ये वीडियो?

वायरल वीडिया मुजफ्फरनगर के थानाक्षेत्र मंसूरपुर के गांव खुब्बापुर एक स्कूल का बताया जा रहा है। इस वायरल वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि टीचर क्लास में बैठी बच्चों को आदेश दे रही है कि एक-एक करके टीचर के पास खड़े बच्चे पर थप्पड़ मारो। टीचर यहीं नहीं रुकी, उसने बच्चों से कहा कि गाल पर नहीं कमर पर तेजी से मारो। साथ ही टीचर धार्मिक टिप्पणी भी करती दिखाई दे रही है।

पीड़ित के पिता ने क्या कहा था?

वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित बच्चे के पिता का कहना था कि, “बच्चे को धर्म के आधार पर दूसरों से पिटवाना ठीक नहीं है। टीचर खुद पीट देंती। या कोई सीनियर बच्चा उसको पीट देता, लेकिन धर्म के नाम पर पूरी क्लास के बच्चों से पिटवाना नहीं चाहिए था। इस घटना से बच्चा पूरी तरह से डरा हुआ है।”

आरोपी टीचर ने इस मामले में क्या सफाई दी थी?

शिक्षिका ने कहा था कि मैं इस गांव में पिछले कई सालों से अपनी सेवा दे रही हूं। नेहा पब्लिक स्कूल ख़ूबबापुर मंसूरपुर मुज़फ्फरनगर उस दिन इस बच्चे को उसके पिता पीटते हुए स्कूल लेकर आए थे और कह रहे थे कि इस बच्चे के टाइट (पिटाई) कर दो। मैं विक्लांग हूं, तो मेरे से उठकर उस बच्चे को टाइट (पिटाई) किया नहीं गया। मैंने एक दो बच्चें से कहा कि इसको थप्पड़ मारों। मेरे कहते ही ज्यादा बच्चे उठे और उसको थप्पड़ लगाने लगे।

वहीं, धार्मिक टिप्पणी पर अध्यापिका ने कहा कि इस वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने मुस्लिमों के बारे में ऐसा नहीं कहा था। मैंने कहा था कि जितनी भी मुस्लिम मांताएं हैं वो अगर अपने मायके जाएं तो बच्चों को न लेकर जाएं। क्योंकि परीक्षा का समय नजदीक है। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।

लेकिन वीडियो बनाने वाले उस लड़के चाचा ने मेरी बात काट दी। उसे वायरल कर दिया। वहीं, टीचर ने कहा कि बच्चे को पीटने वाले सभी छात्र गैर मुस्लिम नहीं थे। उसमें कई बच्चे मुस्लिम भी थे। महिला टीचर ने कहा कि मुझसे गलती तो हुई है। कि मैंने बच्चों से उसको पिटावाया है।

वायरल वीडिया पर सियासत कैसे?

वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा सांसद एसटी हसन और जयंत चौधरी समेत कई विपक्षी नेताओं ने मुजफ्फपुर की इस घटना पर सवाल उठाएं थे।