नई दिल्ली/डेस्क: मास्टरमाइंड आजम चीमा जिहादी संगठन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का जेनरल सेक्रेटरी और तहरीक-उल-मुजाहिदीन के अमीर की कथित तौर पर 2 मार्च को पाकिस्तान के अबोटाबाद में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हुई. कश्मीर के पुलवामा में रहने वाले आजम चीमा को भारत ने अक्टूबर 2022 में उसे आतंकी घोषित किया था. वो जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों में शामिल था. साथ ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ काम कर रहा था.
आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग देता था आजम चीमा
अधिकारियों के मुताबिक आजम चीमा पाकिस्तान, POK और कश्मीर के बीच जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकवादी समूहों में शामिल होने के लिए कश्मीरी युवाओं को ट्रेनिंग देता था. घुसपैठ समेत अन्य आतंकी गतिविधियों को कोऑर्डिनेट करता था.
26/11 हमलों में भी था आजम चीमा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीमा 2006 मुंबई ट्रेन ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था. वो 26/11 हमलों में भी शामिल था. और 2006 में मुंबई में हुए ट्रेन बम धमाकों का मास्टरमाइंड था. ट्रेन में हुए बम धमाकों में 188 लोग मारे गए थे और 800 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
पाकिस्तान के बहावलपुर में रहता था चीमा
2000 की शुरुआत से चीमा पाकिस्तान के बहावलपुर में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था. उसे अक्सर छह अंगरक्षकों के साथ एक लैंड क्रूजर में घूमते देखा जाता था. वह 2008 से पाकिस्तान के बहावलपुर में लश्कर कमांडर के रूप में काम कर रहा था. उसे लश्कर के सरगना जकी-उर-रहमान लखवी का सलाहकार नियुक्त किया गया था.
लेखक: इमरान अंसारी