नहीं सुधर रहे रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी दफ्तर के हालात

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लुधियाना/पंजाब: “लुधियाना रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी” दफ्तर के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं इसको लेकर शुक्रवार को ट्रांसपोर्टरों ने आरटीए सचिव के खिलाफ धरना दिया था। जिसके बाद लोगों को उम्मीद थी कि सोमवार को दफ्तर के काम-काज में तबदीली होगी और लोगों के रुके हुए काम होने लगेंगे, लेकिन सोमवार को दफ्तर के हालात और भी खराब हो गए।

आरटीए सचिव के बाहर आवेदकों की लंबी लाइन लगी रही। ट्रांसपोर्टर भी अपने वाहनों से संबंधित काम करवाने आरटीए दफ्तर पहुंचे। कुछ ट्रांसपोर्टर आरटीए सचिव से मिलने अंदर पहुंचे तो बाकी उनके दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। ट्रांसपोर्टरों ने आरटीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरटीए ने कई बार ट्रांसपोर्टरों को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन वे अंदर नहीं गए।

उसके बाद आरटीए ने अपने सेवादार के पास ट्रांसपोर्टरों के लिए पानी भेजा। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि वाहनों की आरसी, परमिट रिन्यू करने के आवेदनों के साथ-साथ कई अन्य आवेदन हैं, जिनकी अप्रूवल आरटीए के पास पेंडिंग हैं। आरटीए सचिव को बार-बार कहने के बाद भी अप्रूवल नहीं की जा रही है, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान ट्रांसपोर्टरों को हो रहा है। उनका कहना है कि कमर्शियल गाड़ियों की आरसी दो-दो महीने अप्रूव नहीं की जा रही हैं।

वहीं इसको लेकर लुधियाना आरटीए ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, “दफ्तर में ज्यादा कामों की पेंडिंग नहीं है, हमारी आखिरी रिपोर्ट 4 जुलाई को गई थी, जिसमें हमने जितने भी पेंडिंग काम थे, वो सभी करके भेजे थे। आरसी और डीएल की पेंडिंग को लेकर हम लगातार काम कर रहे हैं। पब्लिक को बाहर कोई गुमराह कर रहा है, हमारे पास 7 दिन का समय होता है पेंडिंग कार्यों को पूरा करने का, जो लगातार किया जा रहा है