कोरोना वायरस के नए वेरिएंट जेएन.1 का कहर, कितना खतरनाक नया वेरिएंट?

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नई दिल्ली/डेस्क: कोरोना ने एक बार फिर देश में कहर बरसाना शुरू कर दिया है. तीन लहरों के बाद कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका है. कोरोना के नए सब वेरिएंट JN.1 ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है.

देश में अब तक कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘जेएन.1’ के 69 मामले सामने आए, जिनमें से 34 मामले गोवा में पाए गए हैं. Union Health Ministry की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 412 नए मामले सामने आए. इस दौरान 24 घंटे में 3 मरीज की मौत भी हुई.
फिलहाल देशभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 4 हज़ार के पार पहुंच गई है. जिसमें सबसे ज्यादा मामले केरल में पाए गए है. केरल में ही सिर्फ 3 हज़ार के पार मामले दर्ज किए गए है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर सभी राज्य सरकार ने अलग अलग एडवायजरी जारी की है. जैसे आगामी नए साल के जश्न के बीच लोगों को मास्क पहनने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी है. मंदिर में भक्तों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है. नए मामलों को देखते हुए बुखार, सर्दी, खांसी, अस्थमा और एलर्जी से पीड़ित लोगों को मंदिर में जाने से बचने की सलाह दी गई है.

डॉक्टरों का कहना क्या है?

डॉ. का कहना है कि खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित लोगों के उपचार के दौरान कोविड जांच कराई जाएगी. इसको लेकर सभी चिकित्सा प्रभारियों को दिशा-निर्देश दे दिए हैं. साथ ही ऐसे मरीजों की निगरानी की जाएगी. कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संबंधित का जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल लेकर लैब को भेजा जाएगा. लोगों से भी अपील है खांसी, जुकाम व बुखार होने पर कोविड जांच कराएं और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.

लेखक: इमरान अंसारी