अंबाती रायडू और धोनी का वो किस्सा, जिसे सुन आंखो में आ जाएंगे आंसू

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नई दिल्ली/डेस्क: क्या कोई इतना अनोखा हो सकता है जो बस एक सेकंड में एक होटल के 180 कमरों को खाली कर दे, वो भी सिर्फ बिरयानी और दोस्ती के लिए? हैरानी और ज्यादा बढ़ जाती है जब ऐसा कमाल कोई और नहीं बल्कि हमारे पसंदीदा कैप्टन कूल धोनी करते है।

यारों के यार बने धोनी

यह घटना वाकई सुनने लायक है, जिसके बाद आपका धोनी के प्रति सम्मान और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। दोस्ती का मतलब क्या होता है और उसे कैसे निभाना चाहिए, यह हमें महेंद्र सिंह धोनी से सीखना चाहिए। उन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ अपनी दोस्ती के लिए भी एक अद्वितीय मानव बनाया है।

धोनी जब किसी को दोस्त मानते हैं, तो उन्हें सच्चे दिल से दोस्त मानते हैं, और उनकी दोस्ती को निभाने के लिए वे हर संभाव प्रयास करते हैं। वे अपने दोस्तों के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं, जैसे कि जडेजा और रैना जैसे दोस्त। और इसमें अम्बाती रायडू भी शामिल हैं।

क्यों आया था धोनी को गुस्सा?

चलिए, अब हम आपको उस घटना के बारे में जिसके कारण धोनी को गुस्सा आया था। यह घटना 2014 में हुई थी। धोनी को बिरयानी बहुत पसंद है, और उनके दोस्त अंबाती रायडू यह बखूबी जानते हैं।

हैदराबाद उनके होम टाउन है और जब आईपीएल के दौरान हैदराबाद में चेन्नई सुपर किंग्स का मैच हुआ तो रायडू अपने घर से बनी हुई बिरयानी लेकर होटल ग्रैंड काकाटिया पहुंचे, जहां CSK ठहरी हुई थी।

एक झटके में खली हुए 180 कमरे

लेकिन जब उन्होंने होटल में बिरयानी को अंदर ले जाने की कोशिश की, तो होटल के प्रबंधन ने इनकार कर दिया। उन्होंने कई बार बिनती की, लेकिन मैनेजमेंट नहीं माना। फिर भी, खाने के लिए मैनेजमेंट ने उन्हें बोर्ड रूम की बजाय प्राइवेट रूम इस्तेमाल करने की परमिशन दे दी। बोर्ड रूम वो जगह होती है, जहां सब मिलकर खाना खाते है।

लेकिन जब धोनी को यह पता चला, तो उन्होंने बिरयानी खाने के लिए टीम के साथियों के साथ उसी वक़्त होटल ग्रैंड काकाटिया को बायकाट कर दिया और 180 कमरों खली कर दिए. जिसके बाद CSK केवल बिरयानी का स्वाद लेने के लिए ताज कृष्णा शिफ्ट हो गई।

लेखक: करन शर्मा