नई दिल्ली/डेस्क: कोरोना ने एक बार फिर देश में कहर बरसाना शुरू कर दिया है. तीन लहरों के बाद कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका है. कोरोना के नए सब वेरिएंट JN.1 ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है. देशभर में पिछले 24 घंटों के दौरान 656 केस मिले हैं. एक्टिव केस की संख्या 3 हजार 742 हो गई है. जिसमें से अकेले केरल में 3000 संक्रमित हैं. 24 घंटे में 333 लोग कोरोना से रिकवर हुए है. केरल में 296 लोग ठीक हुए हैं.
गौरतलब है कि कोरोना की पिछली लहरों से भारत में जमकर तबाही मची थी. पिछले अनुभव को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बार पहले ही तैयारी शुरू कर दी है. सरकार ने पहले ही सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया है और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
केरल में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार 22 दिसंबर को कहा था कि राज्य में नवंबर से कोविड केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि यहां टेस्टिंग बाकी राज्यों से ज्यादा हो रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 को लेकर कहा कि स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है.
WHO का दावा
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, पिछले एक महीने में दुनियाभर में कोरोना के मामलों में 52% का इजाफा हुआ है. 19 नवंबर से 17 दिसंबर के बीच 8 लाख 50 हजार केस रिपोर्ट हुए हैं और 3 हजार मौतें हुई हैं. हालांकि इस एक महीने के दौरान डेथ रेट 8% घटा है. इसका मतलब पिछले महीने कोरोना से 8% ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा था.
डॉ. की सलाह क्या है?
डॉ. का कहना है कि खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित लोगों के उपचार के दौरान कोविड जांच कराई जाएगी. इसको लेकर सभी चिकित्सा प्रभारियों को दिशा-निर्देश दे दिए हैं. साथ ही ऐसे मरीजों की निगरानी की जाएगी. कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संबंधित का जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल लेकर लैब को भेजा जाएगा. लोगों से भी अपील है खांसी, जुकाम व बुखार होने पर कोविड जांच कराएं और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.
लेखक: इमरान अंसारी