बेंगलुरु जीटी मॉल में किसान के प्रवेश पर रोक के बाद हंगामा, सरकार ने लिया सख्त ऐक्शन

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बेंगलुरु: हाल ही में बेंगलुरु के प्रसिद्ध जीटी मॉल से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें धोती पहने एक किसान को मॉल के अंदर प्रवेश करने से रोका गया। इस घटना ने सोशल मीडिया और स्थानीय समुदायों में भारी हंगामा मचा दिया। विरोध स्वरूप किसान संगठनों ने मॉल प्रबंधन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और सख्त कार्रवाई की मांग की। अब कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार ने इस मामले में कदम उठाते हुए मॉल को सात दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया है।

घटना का विवरण

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में 70 वर्षीय किसान फकीरप्पा और उनके बेटे नागराज को मॉल के अंदर प्रवेश से रोका गया था। वीडियो में दिखाया गया कि कैसे मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धोती पहनने के कारण अंदर जाने से मना कर दिया, जबकि उनके पास मॉल में फिल्म देखने के टिकट भी थे। इस अपमानजनक घटना से आहत किसान और उसके बेटे ने वीडियो के माध्यम से अपनी व्यथा साझा की और मॉल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए।

सरकार की प्रतिक्रिया

कर्नाटक विधानसभा सत्र में यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया। कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “सरकार ने मॉल को सात दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। मैंने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अधिकारियों से बात की है, और उन्होंने इस घटना के खिलाफ कार्रवाई के तौर पर मॉल को सात दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा।”

स्पीकर की प्रतिक्रिया

मंत्री सुरेश की घोषणा के बाद विधानसभा के स्पीकर यूटी खादर ने इस कदम का स्वागत किया और इसे तुरंत लागू करने को कहा। उन्होंने कहा, “यह फैसला समाज में सही संदेश देगा और किसी भी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ एक सख्त चेतावनी होगी।”

किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन

इस घटना से गुस्साए किसान संगठनों ने जीटी मॉल के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि मॉल प्रबंधन सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अभिनेत्री और मॉडल गौहर खान ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे शर्मनाक बताया और मॉल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह बिल्कुल शर्मनाक है। हमें अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए और ऐसे भेदभाव को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।”

निष्कर्ष

बेंगलुरु के जीटी मॉल में धोती पहनने के कारण किसान को प्रवेश न देने की घटना ने समाज में भेदभाव के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। कर्नाटक सरकार की ओर से मॉल को सात दिनों के लिए बंद करने का फैसला इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे स्पष्ट संदेश जाता है कि किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाज में स्थान नहीं दिया जाएगा।