नई दिल्ली/डेस्क: केरल में कोच्चि के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में रविवार को हुए विस्फोट के मामले में एक व्यक्ति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कानून-व्यवस्था एम.आर. अजित कुमार ने यह जानकारी दी कि विस्फोट में एक महिला की मौत हो गई और 45 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
अधिकारी ने यह भी बताया कि डोमिनिक मार्टिन नामक व्यक्ति ने त्रिशूर जिले के कोडकारा थाने में आत्मसमर्पण किया है और उसका दावा है कि उसने ही विस्फोट किया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कलामासेरी के कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट के बाद कहा, “52 लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से 30 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
इनमें से 18 व्यक्तियों को आईसीयू में भर्ती किया गया है। इसके अलावा, 6 लोगों की स्थिति गंभीर है, और जिनमें से एक 12 साल का बच्चा है। शेष घायल व्यक्तियों को निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है, और मृत व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हुई है।”
‘यहोवा के साक्षी’
यह विस्फोट ‘यहोवा के साक्षी’ नामक एक ईसाई धार्मिक समूह की बैठक के दौरान हुआ। इस समूह की स्थापना 19वीं सदी में अमेरिका में हुई थी। राज्य पुलिस प्रमुख (डीजीपी) शेख दरवेश साहब ने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों को बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार विस्फोट किसी आईईडी की वजह से हुआ है। उन्होंने जारी किया कि वे इस मामले में जांच कर रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर कलामासेरी के जमराह इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जब पूछा गया कि क्या यह एक आतंकवादी हमला था, तो डीजीपी ने बताया कि वे इस मामले में कुछ नहीं कह सकते हैं, जब तक जांच पूरी न हो जाए।
उन्होंने कहा, “मैं जांच के परिणामों की पुष्टि करने के बाद ही कुछ बयान कर सकता हूं। हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि इस हमले के पीछे कौन है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया और सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा भरे संदेश न फैलाने की विशेष बात की। डीजीपी ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा भरे संदेश फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लेखक: करन शर्मा