अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर 2024 को चुनाव होना है. उससे पहले ही वहां पर जनरेशन जेड के समर्थन और विरोध का नया तरीका देखने को मिला. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिक टॉक पर इन दिनों एक नया और दिलचस्प ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जिसमें जनरेशन जेड के युवा वोटिंग को लेकर बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इस ट्रेंड में खास बात यह है कि युवा अपने माता-पिता के वोट को ‘कैंसल’ करने का संकल्प लेते हुए वीडियो बना रहे हैं. ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं और लाखों लोगों तक पहुंच रहे हैं. अमेरिका में जनरेशन जेड ऐसी वीडियो क्यो बना रहा है, और यह जनरेशन जेड क्या है?
बता दें कि टिक टॉक पर कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें युवा यह कह रहे हैं कि वे अपने माता-पिता के वोट के खिलाफ वोट डालेंगे, हालांकि इनमें से अधिकांश यह नहीं बता रहे कि वे किसे वोट कर रहे हैं. लेकिन कई लोगों ने यह स्पष्ट किया है कि वे अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को वोट करेंगे, ताकि उनके माता-पिता द्वारा डोनाल्ड ट्रंप को दिए गए वोट को ‘कैंसल’ किया जा सके.
क्या है जनरेशन जेड ?
1997 से 2012 के बीच पैदा हुए लोगों का एक जनसांख्यिकीय समूह को जनरेशन जेड कहा जाता है. इसे जूमर्स के नाम से भी जाना जाता है. यह पीढ़ी, मिलेनियल्स और जनरेशन अल्फा के बीच आती है. जनरेशन जेड को ‘डिजिटल नेटिव’ भी कहा जाता है क्योंकि यह इंटरनेट के साथ बड़ी हुई पहली पीढ़ी है.
कमला हैरिस को जनरेशन जेड का समर्थन
NBC News के हालिया सर्वे के मुताबिक, कमला हैरिस को जनरेशन जेड के मतदाताओं से काफी समर्थन मिल रहा है. यह सर्वेक्षण यह दर्शाता है कि युवा मतदाताओं के बीच कमला हैरिस की लोकप्रियता डोनाल्ड ट्रंप से कहीं ज्यादा दिख रही है. यह नतीजा कुछ हद तक चौंकाने वाला भी माना जा रहा है, क्योंकि उपराष्ट्रपति हैरिस ने पहले 18 से 24 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को ‘बेवकूफ’ कहा था, और उस समय उनके इस बयान को की काफी आलोचना की गई थी. लेकिन अब उनके इस बयान का असर जनरेशन जेड में देखने को मिल रहा है.
हालांकि, हाल ही में एक टाउन हॉल के दौरान, जिसमें पूर्व रिपब्लिकन प्रतिनिधि लिज चेनी भी मौजूद थीं, कमला हैरिस ने अपने पुराने बयान से पीछे हटते हुए कहा कि उन्हें जनरेशन जेड से बेहद प्यार है. लेकिन सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की भी काफी आलोचना हुई, और कई लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि वे ‘अपने ही झूठ’ को संभाल नहीं पा रही हैं.
अमेरिकी चुनाव के दौरान टिक टॉक ट्रेंड का असर और युवाओं की राय
टिक टॉक पर चल रहा यह नया ट्रेंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और इसमें कई युवा अपने माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों के वोट को ‘कैंसल’ करने का मजेदार अंदाज में वीडियो बना रहे हैं. उदाहरण के लिए, एक टिक टॉक यूजर ने वीडियो में कहा, “बस एक पिता और बेटी की जोड़ी, जो एक-दूसरे के वोट को कैंसल करने जा रही है.” इस वीडियो को लाखों व्यूज मिले हैं और इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है.
एक अन्य टिक टॉक यूजर अबीगैल ग्रेस ने अपने वीडियो में लिखा, “आज अपने माता-पिता के वोट को कैंसल करने जा रही हूं,” जिसमें वह मतदान के लिए तैयार दिख रही हैं. इस ट्रेंड की खास बात यह है कि यह दिखाता है कि विभाजनकारी राजनीतिक माहौल के बावजूद परिवार एक-दूसरे के साथ मजेदार और स्वस्थ तरीके से चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं.
वहीं, 19 वर्षीय मैकेंजी ओवेन्स ने NBC News से बात करते हुए कहा कि यह ट्रेंड यह दिखाने का जरिया है कि लोग भले ही अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराएं रखते हों, फिर भी वे एक साथ रह सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा, “यह ट्रेंड लोगों को यह एहसास दिलाता है कि भले ही राजनीति आजकल लोगों के बीच दरार पैदा कर रही है, फिर भी लोग एक साथ रह सकते हैं और सह-अस्तित्व में विश्वास कर सकते हैं.”
यह ट्रेंड… जनरेशन जेड को वोटिंग के लिए प्रेरित करने वाला है
यह नया टिक टॉक ट्रेंड सिर्फ वोटिंग से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण संदेश भी दे रहा है. विभाजनकारी राजनीतिक माहौल के बावजूद, यह ट्रेंड दिखाता है कि लोग अपनी अलग-अलग राजनीतिक राय रखते हुए भी एक साथ रह सकते हैं और मजाकिया अंदाज में चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बन सकते हैं. यह ट्रेंड न केवल जनरेशन जेड को वोटिंग के लिए प्रेरित कर रहा है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि राजनीति परिवारों को बांटने के बजाय उन्हें और मजबूत बना सकती है.