World Hindi Diwas 2024: आज 18वां विश्व हिंदी दिवस है, लेकिन हिंदी से जुड़ी इन 10 दिलचस्प बातें शायद ही जानतें होंगे आप!

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World Hindi Diwas 2024: हिंदी भाषा दुनिया की तीसरे नंबर की भाषा है जो सबसे ज्यादा बोली जाती है। दुनिया भर में मंदारिन और अंग्रेजी के बाद हिंदी का ही दबदबा है। वहीं, भारतीय साहित्य में हिंदी का विशेष योगदान है। विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है।

ताकि इस दिन हिंदी भाषियों को अपनी भाषा पर गर्व महसूस हो। यही कारण है कि विश्व हिंदी दिवस भाषा का महत्व समझने और सम्पूर्ण विश्व में इसके महत्व को समझाने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने का एक लाभ और है। इस बात को सभी जानते हैं कि युवाओं में हिंदी का क्रेज बहुत कम होता जा रहा है।

हमारी युवा पीढ़ी कहीं न कहीं अब हिंदी से किनारा करने लगी है। ऐसे में हम सभी को मिलकर इस निर्धारित तिथि को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाना चाहिए, ताकि युवाओं में इसके प्रति जागरूकता बढ़े। लेकन क्या आपको पता है कि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है। चलिए जानते हैं…

हिंदी भाषा का इतिहास?

बता दें कि हिंदी भाषा का इतिहास काफी पुराना है, लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि आजादी के बाद भी हिंदी देश की राष्ट्रभाषा नहीं बन पाई है। इसका मुख्य कारण है देश में भाषा को लेकर मतों का बंटवारा।

बता दें कि हिंदी भाषा का इतिहास बहुत रिच और विविध है, जो अनेक सदियों तक विकसित हुआ है। यह आपको इस भाषा के विकास की मुख्य घटनाओं का एक संक्षेप प्रदान करता है। जैसे कि हिंदी भाषा का जिन्म संस्कृत से हुआ है, जो भारतीय उपमहाद्वीप की एक प्राचीन भाषा है।

संस्कृत का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है और इसने हिंदी को व्याकरण, शब्दकोष, और साहित्य के क्षेत्र में समृद्धि प्रदान की। लेकिन इसमें समय से अनुसार कुछ बदलाव देखने को मिले और इसका विकास होता चला गया। संस्कृत के बाद इसमें मध्यकालीन भारतीय साहित्य में प्राकृत भाषाएं विकसित हुईं। जैसे अपभ्रंश और अवन्तिका, जो हिंदी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाईं।

हिंदी भाषा का विकास यहीं पर नहीं रुका। इसके बाद इसमें विभिन्न क्षेत्रों में विकसित होने वाली भाषाएं जैसे खड़ी बोलियां भी हिंदी के विकास में सहायक रहीं, जैसे अवधी, ब्रजभाषा, मागधी, बुंदेलखंडी, बाग़ेलखंडी आदि।

भाषा को असली पहचान भक्ति काल के दौरान मिल चुकी थी। ये दौर था 15वीं से 17वीं सदी का, जब भक्ति काल ने हिंदी साहित्य को बहुत विकसित किया, जिसमें सूरदास, तुलसीदास, कबीर, मीरा, और संत तुकाराम जैसे महान साहित्यकारों ने अपनी रचनाएं दीं।

भक्ति काल के बाद 18वीं सदी में शुरू हुआ आधुनिक पीरियड जिसमें साहित्यिक और सामाजिक परिवर्तनों का प्रतिसाद देखा गया। जैसे आधुनिक कविता, कहानी, नाटक, और उपन्यास इस समय में उत्पन्न हुए।

हिंदी भाषा का अधिकार

भारत की स्वतंत्रता के बाद, हिंदी ने राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त किया। 1950 में भारतीय संविधान ने हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा घोषित किया। हिंदी और अंग्रेजी दोनों को संविधान में राजभाषा माना गया है। बता दें कि हिंदी भाषा आज भी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, और इसमें बहुत सारे साहित्यिक उत्पन्न हो रहे हैं, जिनमें कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास, और विज्ञान साहित्य शामिल हैं।

विश्व हिंदी दिवस और हिंदी दिवस में अंतर?

‘विश्व हिंदी दिवस’ और ‘हिंदी दिवस’ दोनों ही भारतीय भाषा हिंदी के प्रति समर्पित हैं, लेकिन इनमें कुछ अंतर होते हैं, जो निम्न प्रकार हैं…

  1. आयोजन का स्वरूप

विश्व हिंदी दिवस: यह एक विश्व स्तरीय आयोजन है जो विश्वभर में हिंदी की महत्वपूर्णता को प्रमोट करने के लिए मनाया जाता है। इसमें विभिन्न देशों और संगठनों से लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जाता है।
हिंदी दिवस: यह एक राष्ट्रीय स्तरीय उत्सव है जो भारत में हिंदी भाषा के प्रति समर्पित है। इसे भारत में हिंदी राजभाषा घोषित होने के दिन, जिसमें 14 सितम्बर को भी शामिल है, मनाया जाता है।

  1. मनाया जाने का कारण

विश्व हिंदी दिवस: इसका मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित करना और इसे विश्व स्तरीय भाषा बनाना है।
हिंदी दिवस: इसका मुख्य उद्देश्य हिंदी को भारत में महत्वपूर्ण बनाए रखना और इसे राष्ट्रीय भाषा के रूप में मनाना है।

  1. आयोजन की तिथि

विश्व हिंदी दिवस आमतौर पर 10 जनवरी को मनाया जाता है, जो महात्मा गांधी के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है। वहीं, हिंदी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है, जो हिंदी को भारतीय संविधान में राजभाषा के रूप में स्वीकृत करने के दिन है।

हिंदी भाषा से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो शायद ही जानते होंगे आप!

  1. हिंदी भाषा कई रूपों में प्रयुक्त होती है, जैसे कि हिन्दी, उर्दू, खड़ी बोलियाँ (ब्रजभाषा, अवधी, बुंदेलखंडी, बाग़ेलखंडी) आदि। यह भाषा भारत में विभिन्न क्षेत्रों में भी अलग-अलग लहजों में बोली जाती है।
  2. हिंदी का लिपि देवनागरी है, जिसमें 11 स्वर और 33 व्यंजन हैं। यह लिपि संस्कृत साहित्य के लिए भी प्रचलित है और इसे भारतीय साहित्य की रिक्तियों को भरने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है।
  3. हिंदी विश्वभर में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा में से एक है। यह भारत की राष्ट्रभाषा है और इसे विश्व में करीब 500 मिलियन लोग बोलते हैं।
  4. हिंदी भाषा ने भारतीय संगीत और सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बॉलीवुड, जो हिंदी सिनेमा का एक हिस्सा है, विश्वभर में बहुत प्रशिद्ध है।
  5. हिंदी भाषा में भारतीय साहित्य विविधता से भरा हुआ है। महाकाव्य, उपन्यास, कहानी, कविता, और धार्मिक ग्रंथों में इसकी समृद्धि है।
  6. हिंदी भाषा में बहुत सारी विषयवस्तु उपलब्ध हैं, जो विज्ञान, साहित्य, कला, तथा समाजशास्त्र से लेकर रोमांचक कहानियों तक को कवर करती हैं।
  7. हिंदी भाषा एक समृद्ध भाषा है जो नए शब्द, वाक्य प्रणाली, और व्याकरण के साथ समृद्ध होती रहती है।
  8. हिंदी भाषा ने कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग में भी अपनी जगह बनाई है, और आधुनिक तकनीकी शब्दों को शामिल किया है।
  9. हिंदी और उर्दू, दोनों ही भाषाएं आपसी सांगठन के बावजूद एक-दूसरे के बहुत निकट हैं। इनमें कई शब्द और व्याकरणीय अंश समान हैं, लेकिन लिपि और कुछ शब्दों की प्रवृत्ति में अंतर है।
  10. हिंदी भाषा में प्रति वर्ष कई ऐसी स्थानीय भाषा और हिंदी में बोले जाने वाले शब्द हैं, जो ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जुड़ रहे हैं।

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