Republic Day पर 23-31 जनवरी तक पर्यटन मंत्रालय मनाएगा “भारत पर्व”, ज्ञान पथ पर पहुंच आप भी इस उत्सव का उठा सकते हैं लुफ्त!

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नई दिल्ली: पर्यटन मंत्रालय बहुप्रतीक्षित वार्षिक आयोजन यानी “भारत पर्व” (Bharat Parv) के लिए तैयारियों में जुटा है। बता दें कि भारत पर्व गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा है। नौ दिवसीय असाधारण कार्यक्रम, 23 जनवरी से 31 जनवरी तक दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले के सामने लॉन और ज्ञान पथ पर आयोजित होने वाला है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति और विरासत से रूबरू कराना है।

व्यंजनों के स्टॉल देख मुंह में आ जाएगा पानी!

बता दें कि इस वर्ष के उत्सव में एक उल्लेखनीय अतिरिक्त फूड कोर्ट है, जहां स्टॉल विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पाक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हुए मुंह में पानी लाने वाले व्यंजन पेश करेंगे। इस आयोजन में एक अखिल भारतीय शिल्प बाजार भी शामिल है, जो देश भर के हस्तशिल्प और हथकरघा का प्रदर्शन करता है, जो भारत के सांस्कृतिक प्रदर्शन की समृद्धि और जीवंतता में योगदान देता है।

2016 में हुई थी “भारत पर्व” की शुरुआत

2016 में अपनी शुरुआत के बाद से, भारत पर्व एक भव्य उत्सव के रूप में विकसित हुआ है, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, नागरिक-केंद्रित पहलों और जीवंत परंपराओं की समृद्ध टेपेस्ट्री को एक साथ लाता है। यह कार्यक्रम गणतंत्र दिवस परेड की झांकियों, गतिशील सांस्कृतिक प्रदर्शनों, आकर्षक प्रस्तुतियों और देश के हर कोने से स्वादिष्ट व्यंजनों की दावत का एक मनोरम मिश्रण का वादा करता है।

“देखो अपना देश” को मिलेगा बढ़ावा!

इस बार के भारत पर्व में 26 केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की भागीदारी प्रदर्शित की गई है, जिनमें से प्रत्येक नागरिक-केंद्रित योजनाओं और मिशन जीवन, एक जिला एक उत्पाद, विकसित भारत, नारी शक्ति और एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसी सरकारी पहलों पर प्रकाश डालता है। “देखो अपना देश” को बढ़ावा देने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने वाला एक अनुभवात्मक क्षेत्र स्थापित किया गया है, जो आगंतुकों को भारत के विविध परिदृश्यों के माध्यम से एक गहन यात्रा की पेशकश करता है।

क्रार्यक्रम में 30 से अधिक राज्य लेंगे हिस्सा

सांस्कृतिक अनुभव को बढ़ाने के लिए 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विषयगत मंडप स्थापित किए गए हैं, जो आगंतुकों को देश के विविध पर्यटक आकर्षणों की झलक प्रदान करते हैं। यह कार्यक्रम न केवल विरासत का उत्सव है बल्कि स्थानीय कारीगरों के लिए चमकने का एक मंच भी है, जिसमें उनके उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने में उनकी भागीदारी के माध्यम से “वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा दिया जाता है।

कार्यक्रम का दिन-वार कार्यक्रम सांस्कृतिक प्रदर्शनों, प्रस्तुतियों और इंटरैक्टिव अनुभवों के निर्बाध प्रवाह का वादा करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक आगंतुक को भारत की समृद्ध और विविध परंपराओं का स्वाद मिल सके।