अमेरिकी चुनाव में जीत के लिए ट्रंप ने अपनाई पीएम मोदी की ‘चायवाला’ रणनीति, अब बने ‘कचरा मैन’

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अब कुछ ही दिनों का वक्त बचा है. यही कारण है कि कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच चुनाव प्रचार के बीच ही कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने रानीतिक दोस्त भारत के पीएम मोदी की तरह ही चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है. मीडिया में जारी खबरों के अनुसार, पिछले हफ्ते पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैकडॉनल्ड्स में ग्राहकों की सेवा कर रहे थे, और कल वे ‘कचरा आदमी’ बन गए.

हालांकि, जो लोग लंबे समय से भारतीय राजनीति पर नजर रख रहे हैं, उन्हें लगता है कि ट्रंप की पीआर रणनीति उनके मित्र भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 के विजयी ‘चायवाला’ (चाय-वाला) अभियान से बहुत मिलती-जुलती है, जिसने उन्हें उच्च दांव वाले चुनाव जीतने में मदद की है.

MAGA कचरा ट्रक में बैठे दिखे ट्रंप

ट्रम्प ने हाल ही में कमला हैरिस और जो बाइडेन के खिलाफ चुनावी प्रचार करते हुए, उन्होंने MAGA कचरा ट्रक में सवार होकर बड़े सुंदर तरीके से राजनीतिक चाल चली है. उनके इस काम को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है.

बता दें कि प्रदर्शन के दौरान ट्रंप ने जो बाइडेन पर कटाक्ष किया है, क्योंकि इनके इस काम के बाद ट्रंप समर्थकों को कचरा कहा गया था. इसपर ट्रंप ने कहा कि, “आपको मेरा कचरा ट्रक कैसा लगा? यह ट्रक कमला और जो बाइडेन के सम्मान में है.” अपने चुनावी अभियान के दौरान ट्रंप जिस ट्रक में बैठे थे. उस ट्रक पर MAGA स्टिकर और ट्रम्प का झंडा लगा हुआ था. इसके तुरंत बाद, ट्रम्प के अभियान ने ट्रक के अंदर उनकी तस्वीरें साझा कीं.

बुधवार (30 अक्टूबर) को विवेक रामास्वामी को उत्तरी कैरोलिना के शार्लोट में एक कचरा ट्रक के पीछे हूटिंग करते हुए भी देखा गया. राष्ट्रपति अभियान से बाहर निकलने के बाद ट्रम्प का समर्थन करने वाले रामास्वामी ने पीले रंग की रिफ्लेक्टिव बनियान पहने हुए साथी समर्थकों को हाथ हिलाया.

बीजेपी की तरह ही ट्रंप का चुनाव प्रचार

बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प अपने चुनाव प्रचार में खुद को नजरअंदाज किए गए अमेरिकियों की आवाज के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जैसे भारतीय राजनीति में भाजपा ने किया. भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी के “चायवाला” कहे जाने वाले कटाक्ष को एक लोकप्रिय अभियान में बदल दिया, जो उनकी विनम्रता और समानता को दर्शाता था. इसी तरह, सीएए और एनआरसी पर आलोचनाओं को भाजपा ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बना दिया. ट्रम्प का अभियान भी इसी शैली में आलोचनाओं को अपने पक्ष में बदलने की कोशिश कर रहा है. अब जैसे बाइडेन की ‘कचरा’ टिप्पणी खुद डेमोक्रेट्स को परेशान कर रही है.