Ujjain Rape Case: आखिर और कितना गिरेगा इंसान? शराब पिलाई, शादी का वादा किया और फिर फुटपाथ पर रेप … वीडियो वायरल

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Ujjain Rape Case
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Ujjain Rape Case: देश में बेटियों के साथ बड़ी बेरहमी से क्रूरता हो रही है। एक के बाद एक रेप की ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो हमारे मन को झकझोर कर रख दे रही है। हालांकि, मामला यहीं नहीं थम रहा। अब तो रेप के वीडियो भी खुलेआम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और लोगों द्वारा उसे ऐसे शेयर किया जा रहा है, मानों कोई बड़ी उपलब्धि उनके हाथ लग गई है।

ऐसा ही एक वीडियो मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain Rape Case) से सामने आया है। वायरल वीडियो बुधवार (4 सितंबर) की शाम का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में एक युवक महिला से अश्लीलता करते हुए दिखाई दे रहा है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार किया।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल

घटना होने के बाद पुलिस ने विस्तार से इसके बारे में जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि युवक ने शादी का वादा कर महिला को शराब पिलाई और फिर उसके साथ रेप किया और धमकी देकर फरार हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित महिला को थाने लाया गया, जहां शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पीड़ित महिला ने बताया की युवक शराब की दुकान के पास मिला और शादी करने का लालच दिया। फिर उसका रेुप किया और धमकी देकर फरार हो गया। महिला का बयान दर्ज कर उसको मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया।

शराब पिलाई… शादी का वादा किया और फिर…

इस घटना पर कोतवाली CSP ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि उज्जैन के कोयला फाटक की शराब की दुकान के पास रेप की घटना का एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो पर संज्ञान लेते हुए महिला को थाने लाया गया और महिला की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने महिला को शराब पिलाई और फिर शादी का वादा किया। लेकिन युवक रेप करने के बाद धमकी देकर फरार हो गया। उन्होंने कहा कि यह काफी गंभीर घटना थी। पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का रिएक्शन

बता दें कि वायरल वीडियो पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रिएक्शन दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर कहा- धर्मनगरी उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका उज्जैन की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है। यदि मुख्यमंत्री के गृह नगर के यह हाल हैं, तो बाकी प्रदेश के हालात आसानी से समझ जा सकते हैं। दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को भी महसूस किया जा सकता है। अब गृहमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं, प्रदेश सरकार के एक-एक मंत्री से सवाल है। शर्म से डूब मरो या कुर्सी छोड़ दो। बेशर्मी से भरी इस निर्लज्ज व्यवस्था के खून में आखिर उबाल कब आएगा?

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