उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी विभागों के सभी आला अधिकारियों को मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास में डेढ़ घण्टे तक चली बैठक में बुलाया। बैठक सुबह 10 बजे से लेकर 11:30 तक चली, जिसमें सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, और कुछ विभागों के सचिवों को तलब किया गया। हर विभाग के काम की समीक्षा हुई और शासन के बड़े अफसरों को विभागीय काम काज के ब्यौरे के साथ बुलाया गया। यूपी में चुनावी भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से मिले डायरेक्ट फीडबैक के बाद आज अपने अफसरों की कसी नकेल। कई विभागों के एसीएस और प्रमुख सचिवों को काम में लापरवाही बरतने पर फटकार भी खानी पड़ी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के पश्चात गुरुवार को फिर से ‘जनता दर्शन’ शुरू किया। सीएम के सरकारी आवास पर गुरुवार को काफी संख्या में पीड़ित पहुंचे। इन लोगों ने सीएम से अपनी पीड़ा सुनाई। मुख्यमंत्री ने हर एक फरियादी के पास पहुंचकर उनकी पीड़ा जानी। फिर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आमजन से जुड़े कार्य निश्चित समयसीमा में हों। किसी भी कार्यों में अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं होगी। जनता से जुड़े मुद्दे सरकार की प्राथमिकता में हैं।
युवाओं ने भी सीएम से की मुलाकात
जनता दर्शन में गुरुवार को काफी संख्या में युवा भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने हर युवाओं से न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत परेशानी पूछी, बल्कि उनसे कई मुद्दों पर वार्तालाप भी किया। युवाओं ने विभिन्न मुद्दों पर सीएम से बातें साझा कीं। वहीं मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि जनता से जुड़े जो भी मुद्दे माननीय न्यायालय में लंबित हैं, उनमें अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए प्रभावी पैरवी सुनिश्चित कराई जाए।