नई दिल्ली। उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा ( Uttarakhand by election ) के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है. भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को 5622 वोटों से हराया है. उपचुनाव में सबसे चौंकाने वाला प्रदर्शन निर्दलीय उम्मीदवार त्रिभुवन सिंह का रहा,जो 9,303 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे. आशा नौटियाल को 23,814 वोट मिले हैं.
उपचुनाव CM धामी के लिए अग्निपरीक्षा
भाजपा के इस जीत ने राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्थिति को मजबूत किया है. इस साल अप्रैल में बद्रीनाथ और मंगलौर के उपचुनावों में हार के बाद, केदारनाथ उपचुनाव सीएम के लिए अग्निपरीक्षा थी. हार से उनके प्रदर्शन पर सवाल उठ सकते थे, लेकिन महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र में जीत ने उनकी स्थिति को मजबूत किया है.
Uttarakhand by election में जीत के बाद CM धामी ने कहा, यह आम लोगों, विकास और सच्चाई की जीत है. लोगों ने झूठ के पुलिंदे पर आधारित नकारात्मकता वाली कांग्रेस को नकार दिया है. कांग्रेस ने विकास की बात नहीं की, बल्कि उसका अभियान लोगों को समुदाय, क्षेत्र और धर्म के आधार पर बांटने पर आधारित था.”धामी ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के लिए 700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की गई है और “यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे समय पर पूरी हों. केदारनाथ में बड़े पैमाने पर विकास किया जाएगा, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं.
12 साल का इंतजार खत्म
इस जीत के साथ नौटियाल के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र जीतने का 12 साल के इंतजार खत्म हो गया. नौटियाल ने 2002 और 2007 में यह सीट जीतीं थी लेकिन 2012 में वह शैला रानी से मामूली अंतर से हार गए.
महिला मतदाताओं की संख्या अधिक
केदारनाथ में एक बार फिर महिलाएं निर्णायक साबित हुईं.2017 को छोड़कर, केदारनाथ महिला राजनेताओं का गढ़ बना हुआ है. दिलचस्प बात यह है कि इस निर्वाचन (Uttarakhand by election) क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है और उनका मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक रहा. डाले गए 53,526 वोटों में से 28,329 महिलाओं के थे, जबकि 25,197 पुरुष मतदाताओं के थे.केदारनाथ उत्तराखंड के उन पांच विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जहाँ महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है. अन्य विधानसभा क्षेत्रों में रुद्रप्रयाग, दीदीहाट, पिथौरागढ़ और द्वाराहाट आता है.