Rajasthan CM:वसुंधरा हो सकती हैं राजस्थान की नई मुख्यमंत्री, अन्य नामों पर भी चर्चा तेज!

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नई दिल्ली: राजस्थान में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री के नामों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। सभी के जुबान पर एक ही सवाल है। राजस्थान का सीएम कौन? इस सवाल को लेकर राजस्थान के कुछ मुख्य नेताओं नाम चर्चाओं में है। जिसको लेकर वसुंधरा राजे से अन्य नेता भी सक्रिय हो गए हैं। बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में किसके नाम पर मुहर लगेगी यह एक-दो दिन में तय हो जाएगा। इस बीच बैठकों का दौर तेज हो गया है।

बता दें कि वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के समर्थकों ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमवार और मंगलवार को 70 विधायकों से मुलाकात की थी। इन सभी विधायकों ने वसुंधरा के दावे का समर्थन किया है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, दीया कुमारी और बाबा बालकनाथ के नाम भी चर्चा में हैं।

विधायकों की पहली पसंद वसुन्धरा राजे

वसुंधरा समर्थक और आठ बार के विधायक कालीचरण सराफ ने दावा किया है कि 70 विधायक उनसे मिल चुके हैं। राजे जहां भी गईं, वहां बीजेपी की जीत हुई है। वसुंधरा राजस्थान में बीजेपी की सर्वमान्य नेता हैं। वसुन्धरा से मुलाकात के बाद विधायक बहादुर कोली, गोपीचंद मीना और समाराम गरासिया ने कहा कि अगर हमारी राय पूछी जाए, तो वसुन्धरा पहली पसंद होंगी। सराफ ने कहा-वसुंधरा हमारी सर्वमान्य नेता हैं। पार्टी तय करेगी कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा? पार्टी में कोई व्यक्तिगत पसंद नहीं है।

चुनावी नतीजों से पहले ही सक्रिय हैं वसुन्धरा

दरअसल, चुनाव नतीजे आने से तीन दिन पहले ही वसुंधरा सक्रिय हो गई थीं। उन्होंने उन निर्दलीय विधायकों से भी संपर्क किया था जिनके जीतने की संभावना थी। वह खुद विधायकों को फोन कर बधाई दे रही थीं। नतीजा ये है कि राजस्थान की 200 में से 199 सीटों के नतीजों में बीजेपी को 115 सीटें मिली हैं। वहीं, कांग्रेस ने 69 सीटों पर जीत हासिल की है. बाकी सीटें अन्य छोटे दलों और निर्दलीयों के खाते में गई हैं। चुनाव नतीजे आने के बाद से राज्य में सियासी घमासान तेज हो गया है।

अन्य दावेदार भी सक्रिय

राजनीतिक विश्लेषक ओम बिरला, बाबा बालक नाथ और दीया कुमारी के नाम को भी मजबूत बता रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साफ कर दिया है कि जब पार्टी बिना किसी चेहरे के चुनाव में बहुमत हासिल कर सकती है, तो उसे राजे की जरूरत नहीं है। इसी वजह से अन्य नामों को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने सोमवार को कुछ निर्दलीय विधायकों से भी मुलाकात की। उम्मीद है कि आज कुछ साफ हो पाए की सीएम कौन होगा।

पांचों राज्यों से आदर्श आचार संहिता हटी

राज्यपाल कलराज मिश्र ने 15वीं विधानसभा भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है। अब नए विधायकों के साथ 16वीं विधानसभा का गठन किया जाएगा। चुनाव आयोग ने राजस्थान समेत पांच राज्यों में लगी आदर्श आचार संहिता भी हटा दी है।