Russia Ukraine war: रूस और यूक्रेन (Russia And Ukraine) के बीच चलते इस युद्ध को करीब एक साल हो चुका है। इस एक साल में युक्रेन और रूस ने न जाने अपने कितने सैनियों को खोया लेकिन, धरातल पर स्थिति अभी भी विस्फोटक बनी हुई है। आने वाले समय में स्थिति सुधरे ऐसे आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। वैसे तो इस युद्ध को रोकने के लिए शुरुआती दौर में कई देश आगे आए और दोनों के बीच सुलह करने की कोशिश की। लेकिन कोई सफल नहीं हो पाया। ऐसी ही एक कोशिश इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने की थी। जिसे लेकर उन्होंने कई खुलासे किए हैं।
हाँ मैं ज़ेलेंस्की को नहीं मारूंगा- व्लादिमिर पुतिन
रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में दोनों देशों के बीच मांझी (Mediator) के रूप में काम करने वाले नफ़्ताली बेनेट ने हनोक ड्यूम (Hanoch Daum) के साथ एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि, पिछले साल मार्च में उन्होंने पुतिन से पूछा था कि क्या वह ज़ेलेंस्की को मारने का इरादा रखते हैं, जिसे पुतिन ने सिरे से नकार दिया था। बेनेट और पुतिन के बीच बातचीत के दौरान, बेनेट ने पुतिन से आगे कहा, “क्या आप मुझे अपना वचन देते हैं कि आप ज़ेलेंस्की को नहीं मारेंगे।” जिसका रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जवाब दिया, हाँ मैं ज़ेलेंस्की को नहीं मारूंगा।
जब व्लादिमिर ज़ेलेंस्की को फोन पर मिली थी ये खबर
पुतिन के साथ मीटिंग के बाद, Naftali Bentte ने व्लादिमिर ज़ेलेंस्की को फोन किया और उन्हें रूसी राष्ट्रपति के वादे की जानकारी दी। बेनेट ने ज़ेलेंस्की से कहा “सुनो, मैंने पुतिन से बात की है, वह तुम्हें नहीं मारेगा, जिस पर ज़ेलेंस्की ने पूछा, ‘क्या आप निश्चित हैं?’ बेनेट ने जवाब दिया-“100% वह तुम्हें नहीं मारेगा”। मध्यस्थता के बारे में बात करते हुए, नफ्ताली बेनेट ने कहा कि, तब व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के निरस्त्रीकरण (Disarmament) की मांग करने के अपने संकल्प को छोड़ दिया था और ज़ेलेंस्की ने नाटो में शामिल नहीं होने का वादा किया था।
आपको बता दे के यह इंटरव्यू 4 घंटे का है, जिसे नेफ्ताली बेनेट ने अपने यूट्यूब चैनल और ट्विटर पर भी शेयर किया है। उसमें बेनेट ने रूस-यूक्रेन जंग के शुरुआती दौर की डिप्लोमेसी को लेकर कई तरह की जानकारियां भी दी हैं।
नेफ्ताली बेनेट भी कर चुक हैं रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की कोशिश
रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के एक महीने बाद, बेनेट ने क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ रूस यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की। जिसमें इज़राइल ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में मध्यस्थता करने की पेशकश की। हालांकि, उनकी मुलाकात का कोई नतीजा नहीं निकला।
Naftali Bennett ने युद्ध छिड़ने पर सिर्फ आधे साल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। इजराइल-रूस के साथ अपने अच्छे संबंधों को ईरान से खतरों के सामने महत्वपूर्ण मानता है, लेकिन खुद को पश्चिमी देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता है और यूक्रेन के लिए समर्थन दिखाता है।
हालाँकि, शांति बनाने के उनके प्रयास सफल नहीं हुए और प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल काफी छोटा रहा। क्योंकि बेनेट ने अब राजनीति छोड़ चुके हैं। जिसके बाद अब वे एक आम नागरिक की जिंदगी जी रहे हैं।