WHO approves monkeypox test: Mpox के लिए पहले डायग्नोस्टिक टेस्ट को मिली WHO की मंजूरी; जानें कैसे होगी टेस्टिंग

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WHO approves monkeypox test: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स (Mpox) के निदान के लिए पहले टेस्ट को अपनी इमरजेंसी यूज़ लिस्टिंग (EUL) के तहत मंजूरी दी है। मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है और इसमें फ्लू जैसे लक्षणों के साथ त्वचा पर चकत्ते और फफोले होते हैं।

क्या है मंकीपॉक्स टेस्ट? (What is a monkeypox test?)

इस टेस्ट को “Alinity m MPXV assay” कहा जाता है, जिसे Abbott Molecular Inc. ने विकसित किया है। यह एक इन विट्रो डायग्नोस्टिक (IVD) है जो मंकीपॉक्स वायरस का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है। क्योंकि अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में मंकीपॉक्स टेस्टिंग की जरूरत बहुत बढ़ गई है। वहां सीमित परीक्षण सुविधाओं के कारण वायरस का प्रसार बढ़ रहा है।

WHO की रिपोर्ट के अनुसार, अफ्रीका में 2024 में 30,000 से अधिक संदिग्ध मंकीपॉक्स मामलों की सूचना मिली है, जिसमें सबसे अधिक संख्या डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, बुरुंडी और नाइजीरिया में दर्ज की गई है। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में इस वर्ष अब तक केवल 37% संदिग्ध मामलों का परीक्षण किया गया है, जिससे बेहतर टेस्टिंग सॉल्यूशंस की आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

कैसे किया जाता है यह टेस्ट? (How is this test done?)

WHO की गाइडलाइंस के अनुसार, मंकीपॉक्स की पुष्टि न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्टिंग (NAAT) जैसे कि पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (PCR) टेस्टिंग के माध्यम से की जाती है। सबसे विश्वसनीय नमूने त्वचा के घावों से प्राप्त किए जाते हैं। Alinity m MPXV assay एक रियल-टाइम PCR टेस्ट है, जो त्वचा के नमूनों में मंकीपॉक्स वायरस (क्लेड्स I/II) का पता लगाता है। यह टेस्ट प्रशिक्षित लैब स्टाफ द्वारा किया जाता है, जो PCR तकनीकों में कुशल होते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, WHO की असिस्टेंट डायरेक्टर-जनरल डॉ. युकिको नाकाटानी ने कहा है कि, “यह प्रभावित देशों में परीक्षण का विस्तार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। गुणवत्तापूर्ण परीक्षण तक पहुंच बढ़ाना देशों को वायरस नियंत्रित करने और उनकी आबादी की सुरक्षा में मदद करने का मुख्य आधार है, खासकर उन क्षेत्रों में जो स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं।”

WHO के अनुसार, वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति के दौरान वैक्सीन, टेस्ट और इलाज जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए EUL प्रक्रिया को तेज किया गया है। अगस्त 2024 में, WHO ने मंकीपॉक्स के निदान के लिए टेस्ट निर्माताओं को अपने उत्पादों को मूल्यांकन के लिए प्रस्तुत करने का आग्रह किया था, ताकि वैश्विक परीक्षण क्षमता को बढ़ाया जा सके।