Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। इसका आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होगा। यह 33वां ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल होगा और तीसरी बार पेरिस इन खेलों की मेजबानी करेगा। इस खेल महाकुंभ में 10,000 से अधिक एथलीट पदक के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे, जिनमें भारत से 117 एथलीट हिस्सा लेंगे। बता दें कि इस बार कुछ नए गेम्स को भी ओलंपिक में शामिल किया गया है।
इन नए गेम्स को किया गया है शामिल
इस बार ओलंपिक में ब्रेक डांसिंग, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग और स्केटबोर्डिंग जैसे कुछ नए खेल शामिल किए गए हैं। पेरिस ओलंपिक से भारत को काफी उम्मीदें हैं और भारतीय खिलाड़ियों की नजर टोक्यो ओलंपिक से भी बेहतर प्रदर्शन करने पर है।
बता दें कि इस बार भारत की ओर से 117 सदस्यीय पेरिस ओलंपिक में भाग लेंगे। इस बार भारतीय दल में अनुभव और युवाओं का अच्छा मिश्रण है, और उन्हें पिछले ओलंपिक की अपेक्षा 7 का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा पार करने की उम्मीद बहुत अधिक है। क्योंकि इस दल में सबसे युवा और सबसे उम्रदराज एथलीट अपनी मेहनत और अनुभव का पूरा इस्तेमाल करने वाले हैं।
सबसे उम्रदराज भारतीय एथलीट: रोहन बोपन्ना
44 वर्षीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय दल में सबसे उम्रदराज एथलीट हैं। बोपन्ना का यह ओलंपिक में तीसरा मौका होगा। उनसे इस बार उम्मीद लगाई जा रही है कि भारत टेनिस में एक बार फिर से ऐतिहासिक प्रदर्शन करें। क्योंकि 28 साल पहले टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने कांस्य पदक जीता था।
सबसे युवा भारतीय एथलीट: धीनिधि देसिंघु
14 वर्षीय तैराक धिनिधि देसिंघु पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की सबसे युवा एथलीट के रूप में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। बेंगलुरु की यह युवा तैराक अपने पहले ओलंपिक में भाग लेंगी।
अन्य देशों के सबसे युवा और उम्रदराज एथलीट
ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों में चीन की स्केटबोर्डर झेंग 11 साल और 11 महीने की उम्र वाली सबसे कम उम्र की प्रतियोगी होंगी। वहीं, सबसे उम्रदराज खिलाड़ी कनाडा की जिल इर्विंग होंगी जो घुड़सवारी टीम के सदस्य के रूप में 61 साल की उम्र में अपना ओलंपिक पदार्पण करेंगी।
भारतीय एथलीटों की तैयारी
पेरिस ओलंपिक 2024 में सिर्फ 3 दिन बचे हैं और भारत के शीर्ष एथलीटों की अब अग्नि परीक्षा होगी। ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिए पिछला यानी टोक्यो ओलंपिक सबसे यादगार रहा था, जिसमें भारतीय दल ने कुल सात मेडल जीते थे। इस बार देश को कम से कम इस आंकड़े को दहाई अंक में बदलने की उम्मीद है। यदि ऐसा होता है, तो ओलंपिक इतिहास में पहली बार भारत दहाई के आंकड़े को छुएगा।