कौन हैं शेख हसीना के भागने का ऐलान करने वाले बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार

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Waker-uz-Zaman: बांग्लादेश में एक नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया है, जब सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने सोमवार को एक टेलीविजन संबोधन में यह घोषणा की, और कहा कि उन्होंने कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने के लिए सेना और पुलिस दोनों को निर्देश दिए हैं।

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल

जनरल वकार-उज-जमां ने कहा, “मैं सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।” उन्होंने प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने और हिंसा बंद करने की अपील की। बांग्लादेश में पिछले दो दिनों में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। ये प्रदर्शन विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को लेकर हो रहे हैं, जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं।

वकार-उज-जमां ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से गोली न चलाने का निर्देश दिया है। सेना प्रमुख ने देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास किए हैं। उनका मानना है कि शांति बहाल करने के लिए संयम और सहयोग की आवश्यकता है।

कौन हैं आर्मी चीफ वकार-उज-जमां?

58 वर्षीय जनरल वकार-उज-जमां ने 23 जून को बांग्लादेश सेना के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने बांग्लादेश की नेशनल यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडी में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है और लंदन स्थित किंग्स कॉलेज से भी इसी क्षेत्र में मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की है। उनकी पृष्ठभूमि में शेख हसीना के करीब रहकर काम करने का अनुभव भी शामिल है, और वे पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री के करीबी सलाहकार रहे हैं।

वकार-उज-जमां ने शेख हसीना सरकार के साथ अपने कामकाज के दौरान मिलिट्री ऑपरेशन्स और इंटेलिजेंस से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी संभाली। उनके नेतृत्व में, बांग्लादेश की सेना ने कई संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब, उनकी निगरानी में बांग्लादेश के राजनीतिक संकट को सुलझाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।