मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा की 230 सीटों पर चुनावी जंग तैयार है, राजनीतिक दल इस चुनाव की तैयारियों में जी जान से जुटे हुए हैं, बीजेपी जहां अपनी सरकार बचाने के लिए चुनाव मैदान में उतरेगी, तो कांग्रेस उसे सत्ता से हटाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है. प्रदेश के इतिहास में अब तक जितने भी चुनाव हुए, यहां कभी कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, तो कभी भाजपा ने, साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की तस्वीर पिछले सभी चुनावों से एकदम अलग थी.
कांग्रेस ने 114 सीट पर जीत हासिल की, तो भाजपा 5 सीटें पीछे रहकर 109 पर अटक गई, राज्य में कांग्रेस ने सरकार बनाई, लेकिन क़रीब डेढ़ साल में ही यह सरकार गिर गई और भाजपा फिर से सत्ता में काबिज हो गई, पिछले चुनावों का गणित भले ही कुछ भी रहा हो, लेकिन साल 2023 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर उलट नजर आ रही है.
भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे को साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है, ऐसे में राजनीतिक सूरमाओं की निगाहें MP के सीहोर जिले की सीटों पर टिकी हुई है, सीहोर जिले में 4 विधानसभा है, इसमें शिवराज शिंह चौहान की एक बुधनी सीट विधानसभा आती है, ये जिला भाजपा का गढ़ माना जाता है, आइए जानते हैं कि क्या हैं यहां के आंकड़े और कैसे रहने वाले है विधानसभा के हालात.
अगर हम सीहोर जिले की बीते कुछ साल की स्थिति देखें तो अभी तक भाजपा के खाते में यहां की सभी सीटे हैं, ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा इन सीटों को जीत के साथ अपने कब्जे में रखने की कोशिश करेगी, लेकिन कांग्रेस की भी नजर इन सीटों पर लगी हुई है. ऐसे में देखने वाली बात होगी की 2023 विधानसभा चुनाव में किस सीट पर किसका कब्जा होता है.
लेखक: इमरान अंसारी