कौन बनाता है क्रिकेट के नियम? ICC भी मानती है उसकी हर बात

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नई दिल्ली: आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भारत बनाम बांगला देश के बीच हुए मैंच में टीम इंडिया को लगातार चौथी जीत मिली। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली रहे। इसका मुख्य कारण था अंपायर रिचर्ड केटलबोरो का वाइड बॉल न देना। अगर अंपायर रिचर्ड उस बॉल को वाइड दे देते तो विराट कोहली की शतक रुक जाती। लेकिन MCC के नियमों के अनुसार ऐसा नहीं हुआ।

MCC का नाम सामने आते ही सभी के मन में एक सवाल आता है कि जब क्रिकेट की वर्ल्ड संस्था आईसीसी है, तो इसके नियम एमसीसी क्यों बनाता है। आइये जानते हैं कि क्या है एमसीसी और यह कब अस्तित्व में आया?

क्या है MCC?

विकिपीडिया के अनुसार, मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब यानी एमसीसी लन्दन में स्थित एक क्रिकेट क्लब है, जिसकी स्थापना 1787 में की गयी थी। काफी प्रभावी और पुराना होने के कारण क्लब के निजी सदस्य क्रिकेट के विकास के लिए समर्पित हैं। एमसीसी आज से करीब 235 साल पहले ही अस्तित्व में आ चुका था। इसका मुख्यालय लंदन के लॉर्ड्स मैदान में स्थित है।

वहीं, आईसीसी यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल आज से 113 साल पहले अस्तित्व में आया। यही कारण है कि आईसीसी आज भी एससीसी के द्वारा बनाए गए नियमों को ही मानता है। ऐसा नहीं है कि एमसीसी कभी भी क्रिकेट के नियम बदल सकता है। इसके लिए उसे आसीसी और उससे संबंधित व्यक्तियों जैसे अंपायर्स, स्कोर्स आदि से परामर्श लेने के बाद ही नियमों में बदलाब कर सकता है। क्योंकि साल 1993 में एमसीसी के एडमिनिस्ट्रेटिव और गवर्नेंस कामों को आईसीसी को सौंप दिया गया था। इसके बाद से एमसीसी के पास अब सिर्फ नियमों और उनसे संबंधित काम ही बचा है।

कैसे बनते हैं नियम?

बता दें कि एमसीसी ऐसे ही नियम या नियमों बदलाब नहीं कर सकती है। किसी एक नियम को पारित करने के लए एमसीसी के 18 हजार मेंबर और 5 हजार एसोसिएट मेंबर में से दो तिहाई सदस्यों की अनुमति जरूरी होती है। तभी एमसीसी नियमों में बदलाब कर सकती है।