नई दिल्ली: 16 सितंबर की शाम को जब कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा के महासचिव प्रमोद चंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इस बात की सूचना दी कि वो कल नये संसद भवन के ध्वजारोहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। तभी से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो चुकी थी। मोदी सरकार से लेकर सभी पार्टियों (जो गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं) की नजरें हैदराबाद की ओर टकटकी लगाकर देखने लगीं थी कि आखिर 16 और 17 सितंबर को यानी दो दिन कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में ऐसा क्या होने वाला है? जो कांग्रेस अध्यक्ष नये संसद भवन के ध्वजारोहण समारोह में शामिल तक नहीं हो सकते।
कांग्रेस की CWC बैठक का दूसरा दिन
17 सितंबर को कांग्रेस की कार्य समिति की बैठक का दूसरे दिन के बीच कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने इस बात पर मोहर लगा दी कि सच में ही हैदराबाद में हो रही कांग्रेस की CWC की बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है।
तीन पार्टियों की हैदराबाद में अचनाक रैली क्यों?
इस बात का अंजादा इससे भी लगाया जा सकता है कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनवा होने हैं और उसके बाद 2024 का लोकसभा चुनाव होना है। जिसको देखते हुए बीजेपी से लेकर ओवैसी की पार्टी ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ और बीआरएस की भी आज ही हैदाराबाद में अचानक रैली होने वाली है!
पवन खेड़ा ने बताई अचानक रैली की वजह!
हैदारबाद में आज होने वाली इन तीनों पार्टियों की रैली पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत के दौरान जमकर हमला बोला। पवन खेड़ा ने कहा कि आज हमारा एक भव्य कार्यक्रम है, कल से CWC की बैठक चल रही है। अचानक खबर आती है कि अमित शाह अपना महाराष्ट्र का दौरा रद्द करके हैदराबाद आएंगे, अचानक खबर आती है कि ओवैसी साहब जिन्होंने हैदराबाद में अरसों से रैली नहीं की वे आज ही रैली करने वाले हैं, BRS को भी आज ही रैली करनी है लेकिन क्यों? क्योंकि CWC की बैठक चल रही है। इनकी जुगलबंदी यहां पर दिख रही है, इनकी घबराहट देखिए, तीनों घबराए हुए हैं और इनका चेहरा सामने आ गया है।