क्यों बोले कमलनाथ: दिग्विजय और उनके बेटे के कपड़े फाड़िए

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नई दिल्ली/डेस्क: मध्य प्रदेश में ठीक एक महीने बाद आज ही के दिन विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। बीजेपी और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। लेकिन उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के बाद, दोनों पार्टियों के कुछ नेता टिकट न मिलने पर बागी होने लगे है।

जाइए दिग्विजय और उनके बेटे के कपड़े फाड़िए…

हाल ही में, कुछ दिन पहले, कोलारस विधायक ने भाजपा से इस्तीफा दिया और कांग्रेस के साथ जुड़े। लेकिन उनका टिकट कटने से काफी खलबली मच गई है जिसको लेकर असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ से मिलकर अपना गुस्सा जाहिर किया है. कमलनाथ के जवाब से यह मामला और भी गरमा गया है।

“दरअसल, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी अपनी टिकट कटने पर काफी नाराज़ थे। उनके समर्थकों ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात की और टिकट की मांग की। कमलनाथ ने उनको संबोधित करते हुए कहा, ‘आपके चाहने से ज्यादा मैं चाहता हूं कि वीरेंद्र रघुवंशी चुनाव लड़ें।’

मैंने हर मुमकिन कोशिशें की, लेकिन बड़े नेताओं की सलाह पर टिकट काट दिया गया। इसलिए, अब वीरेंद्र रघुवंशी को दिग्विजय सिंह और उनके बेटे से मिलकर उनके कपड़े फाड़ने चाहिए, जिन्होंने इनका टिकट कटवाया है।”

‘कपटनाथ किसके साथ कपट कर दें कुछ नहीं पता’

“कमलनाथ और वीरेंद्र रघुवंशी के बीच हुई बातचीत का यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और वीडियो पोस्ट होते ही, बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है.

मध्यप्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने तंज के साथ लिखा, “दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़िए…” कमलनाथ जी, आप तो कपडे फाड़ने पर उतारू हो गए…वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, “आप जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़िए…” इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि यह हैं कपटनाथ किसके साथ कपट कर दें कुछ नहीं पता कांग्रेस ऐसे ही कपटी पार्टी नहीं कहलाती।

कौन हैं विधायक वीरेंद्र रघुवंशी

वीरेंद्र रघुवंशी पहले भी कांग्रेसी नेता थे, वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक रहे हैं। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन के बाद उन्होंने BJP ज्वाइन कर ली थी।

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, उन्हें BJP ने टिकट दिया और वह जीत भी गए। लेकिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को छोड़ा और BJP में शामिल हो गए, तो वीरेंद्र रघुवंशी की सिंधिया से फिरसे अनबन होने लगी।।

कुछ दिनों पहले, उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें लगा था कि वे कांग्रेस से टिकट मिल जाएगी, लेकिन पहली सूची में उनका नाम नहीं आया। उनकी विधानसभा सीट पर केपी सिंह को टिकट दिया गया है।

लेखक: करन शर्मा