छोटी दिवाली के दिन क्यों जलाया जाता है यम दीपक, जान लीजिए जलाने की विधि और शुभ मुहूर्त

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नई दिल्ली: दिवाली के इस शुभ अवसर पर पूरा देश सज चुका है। दिवाली की खरीदारी के लिए लोग बाजारों में पहुंच रहे हैं। हालांकि, लोगों में इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि इस साल छोटी दिवाली 11 नवंबर है या 12 नवंबर को।

आपको बता दें, छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी यानी नरक चौदस भी कहा जाता है। इस दिन जीवन के देवता यमराज की पूजा की जाती है। इस दिन खूबसूरती पाने के लिए एक्सपेरिमेंट भी किए जाते हैं। इसके साथ ही इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की भी पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। चलिए जानते हैं इस बार छोटी दिवाली के सही तिथि और दिन क्या है।

जानिए छोटी दिवाली की तारीख

आपको बता दें, दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है और इस बार यह तिथि 11 नवंबर दोपहर 1:57 बजे से 12 नवंबर दोपहर 2:44 बजे तक रहेगी। बात करें छोटी दिवाली की तो इस बार 11 नवंबर यानी आज मनाई जा रही है। क्योंकि इस बार नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली कल 11 नवंबर को मिल रही है। इस दिन (छोटी दिवाली) शाम के समय घर के बाहर दक्षिण दिशा में मृत्यु के देवता यमराज के नाम का एक दीपक जलाया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से अकाल मृत्यु की समस्या दूर हो जाती है।

जानिए क्यों शुभ होता है यम दीपक जलाना

अजनार्क चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली पर यम का दीपक जलाने के लिए दो शुभ मुहूर्त होंगे। पहला प्रदोष काल और दूसरा वृषभ काल। प्रदोष काल शाम 05:29 बजे से रात 8:07 बजे तक रहेगा। इस बीच, वृषभ कल शाम 5:46 बजे शुरू होगा और शाम 7:42 बजे समाप्त होगा।

दीपक जलाने से आपकी सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी

छोटी दिवाली की शाम को भगवान कृष्ण के सामने घी का चौमुखा दीपक जलाएं। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को पंचामृत अर्पित करें। इसके साथ ही उस समय “ॐ क्लीं कृष्णाय नमः” का जाप कम से कम 3 बार करें। इसके बाद अपनी सभी बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें। तीन बार शंख बजाएं और इसके बाद पंचामृत भोग ग्रहण करें।