कानून से चलेंगे, कानून के प्रति सम्मान रखेंगे: नितिन गडकरी

Published

नई दिल्ली/डेस्क: नितिन गड़करी, भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, ने न्यूज इंडिया द्वारा आयोजित Dialogue@newsindia24*7 डायलाग संवाद सम्मेलन में अपनी भागीदारी के माध्यम से देश के विकास में महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में उन्होंने अपने दृष्टिकोण से सृजनात्मक योजनाओं, परिवहन, और ऊर्जा संबंधी मुद्दों पर अद्भुत विचार साझा किए।

‘पूरा देश मेरे लिए एक परिवार’

गड़करी ने अपने भाषण में कहा, “देखिए पहली बात तो ऐसी है कि हर व्यक्ति अपने परिवार के बारे में सोचता है और स्वाभाविक रूप से अपने बेटों के बारे में सोचता है।” उन्होंने अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विद्यार्थी परिषद में एक साधारण छात्र के रूप में काम करने के अपने अनुभव को भी साझा किया।

गड़करी ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रोड ट्रांसपोर्टेशन, और ऊर्जा संबंधित विषयों पर अपने प्रोजेक्ट्स की चर्चा की और किसानों से सहयोग करके तेल आयात की लागत को कम करने के लिए विचार किया। उन्होंने बताया कि वे कैसे किसानों को उर्जा उत्पादन में शामिल करने का साहस कर रहे हैं और इससे देश को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देख रहे हैं।

‘बायो एविएशन फ्यूल के इस्तेमाल पर जोर’

गड़करी ने अपने विचारों में कहा, “यह 100% पॉसिबल है। 2004 से मैं इस पर काम कर रहा हूं कि इस देश का किसान इस देश के लिए ऊर्जा बना सकता है।” उन्होंने इथेनॉल से चलने वाले वाहनों का उदाहरण दिया और बताया कि कैसे वे किसानों की मदद से ग्रीन एवियेशन फ्यूल को बनाकर एक नई क्रांति की ओर बढ़ रहे हैं।

गडकरी ने बताया की हम ग्रीन हाइड्रोजन बना सकते हैं और इससे देश में इम्पोर्ट की जा रही ऊर्जा की लागत को कम कर सकते हैं।” गड़करी ने आगे बताया कि वे आगे बढ़कर हाइड्रोजन उत्पादन की तकनीकों में नई उन्नतियों की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे देश में स्वदेशी ऊर्जा स्रोतों का विकास हो सके।

गड़करी ने सम्मेलन में अपने उद्घाटन भाषण में यह भी कहा, “आज इलेक्ट्रिक की गाड़ी आई, स्कूटर्स आए, कारें आईं, बसें आईं। दिन दूर नहीं हैं कि 16 लाख करोड़ का इंपोर्ट धीरे-धीरे कम होगा।” इससे देश में प्रदूषण को कम करने का सपना साकार होगा और स्वदेशी ऊर्जा स्रोतों का उपयोग होगा।

इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने का काम शुरू

इसके बाद गडकरी ने बताया कि वे महाराष्ट्र के माहुर में जगह का सर्वे कर रहे हैं जहां से दिल्ली और जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने का काम शुरू होने वाला है। इसके साथ ही, वे दिल्ली जयपुर के बीच जलपुर इलेक्ट्रिक हाईवे की योजना बना रहे हैं जिसमें तीन बसें चलेंगी और बिजनेस क्लास की सुविधा भी होगी। यह एक नई प्रौद्योगिकी के साथ एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की स्थापना करने की योजना है।

उन्होंने इसके साथ ही सीमेंस की टेक्नोलॉजी का भी उल्लेख किया और बताया कि वह इस पर विचार कर रहे हैं। इससे बसें बिना किसी केबल के उठकर चल सकेंगी, जो एक नई और उन्नत यात्रा अनुभव प्रदान करेगी।

गडकरी जी ने अपने संवाद में यह भी कहा, “सपने दिखने वाले नेता लोगों को काफी पसंद आते हैं, परंतु जब दिखाए गए सपने पूरे नहीं होते, तो जनता उन नेताओं को ठोक देती है। और जो सपने पूरे करते हैं, उसमें जनता का विश्वास होता है।”

‘सड़क दुर्घटनाओं पर काबू करने पर जोर’

उन्होंने आगे बढ़ते हुए राजमार्ग, परिवहन, और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के मामले में बातचीत की और बताया कि उनका लक्ष्य है देश में सुरक्षित और आरामदायक सड़कों की स्थापना करना। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की चिंता को उजागर किया और यह कहा कि इससे हर वर्ग को बहुत हानि हो रही है, खासकर युवा डॉक्टर और इंजीनियरों को।

गडकरी ने एक अंधविश्वासित समाज को बदलने के लिए कड़ी कोशिशों की आवश्यकता पर बल दिया और यह कहा, “कानून से चलेंगे, कानून के प्रति सम्मान रखेंगे।” उन्होंने सड़क सुरक्षा के मामले में लोगों को जागरूक करने के लिए उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की और यहां तक कहा कि सड़कों पर ह्यूमन बिहेवियर में परिवर्तन लाना महत्वपूर्ण है।

उन्होंने अपने संवाद को समाप्त करते हुए यह आशीर्वाद दिया, “हम सभी मिलकर इस सपने को पूरा करने की कोशिश करेंगे और 2030 तक देश में एक्सीडेंट की वजह से होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखेंगे।”

इस संवाद से साफ है कि नितिन गडकरी ने भारत के राजमार्ग और परिवहन क्षेत्र में नए और सकारात्मक परिवर्तनों का समर्थन किया है और उनका संकल्प है कि वे सुरक्षित और सुधारित सड़कों की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।

लेखक: करन शर्मा