PM मोदी को कड़ी टक्कर देने में ममता बनर्जी का कोई मुकाबला नहीं है। भले ही मोदी सरकारअपने विरोधियों पर किसी भी तरह के राजनीतिक लाभ के जरिए उन्हें नियंत्रित करने में सफल रही हो, लेकिन वह बंगाल में ममता के वर्चस्व को चुनौती नहीं दे पाई है। अब सोचिए, अगर उसी बंगाल का जम्मू-कश्मीर की तरह बंटवारा यानी दो हिस्सों में बांट दिया जाए तो ममता क्या करेंगी? बंगाल की राजनीति में तेजी से उभर रही बीजेपी के अंदर भी इसे लेकर आवाज उठ रही है।
PM मोदी लेंगे फैसला
हालांकि, अब तक बीजेपी ने इसे ‘निजी राय’ बताया है। लेकिन, हालिया घटनाक्रम के बाद ऐसा लग रहा है कि बीजेपी भी इस मुद्दे पर अपने सांसद के साथ खड़ी है। बुधवार को केंद्रीय मंत्री और बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनसे पश्चिम बंगाल के उन आठ जिलों को पूर्वोत्तर क्षेत्र का हिस्सा मानने का अनुरोध किया, जिनकी सीमा सिक्किम से लगती है। ताकि बंगाल के इस पिछड़े इलाके को केंद्र से ज्यादा से ज्यादा फंड मिल सके।
पहले भी उठ चुकी है मांग
सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी ने मजूमदार के साथ करीब आधा घंटा बिताया, जिससे पता चलता है कि वह प्रस्ताव को कितनी अहमियत देते हैं। मजूमदार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास से जुड़े मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। ऐसे में उनका यह प्रस्ताव महत्वपूर्ण हो जाता है। और यह पहली बार नहीं है, बहुत समय से कई लोग यह मांग उठा रहे हैं, और कई लोग चाहते हैं कि इन क्षेत्रों को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाना चाहिए।