नई दिल्ली: ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के मुद्दे पर बार-बार विपक्षी पार्टियों के विरोध करने के बाद भी मोदी सरकार इसे देश में लागू करना चाहती है। ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के मद्देनजर केंद्र सरकार की ओर से गठित की गई समिति की पहली बैठक 23 सितंबर को दिल्ली में होगी। यह जानकारी खुद भारत के पूर्व राष्ट्रपति और समिति के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद ने मीडिया से बातचीत के दौरान दी। इस दौरान वह एक निजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए भुवनेश्वर में थे। बताना चाहेंगे कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के संबंध में बनाई गई समिति के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अध्यक्ष है।
वन नेशन वन इलेक्शन पर केंद्र सरकार ने अपना तर्क दिया है कि अगर इस प्रस्ताव के तहत लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ होता है, तो सरकार के करोड़ो रुपये और समय बचेगा।