नई दिल्ली/डेस्क: महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों के समर्थन में, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने व्यक्तिगत रूप से अपना समर्थन जताया है और इस पर केंद्र सरकार से सवाल किया कि महिलाओं को इसके लिए कितना और समय इंतजार करना होगा।
लंबे अर्से बाद दिया भाषण
सोनिया गांधी ने कहा कि यह ‘राजीव गांधी का सपना था’ और उन्होंने सरकार से तुरंत महिला आरक्षण विधेयक को पूरी तरह से लागू करने की मांग की। सोनिया गांधी ने इस विधेयक के महत्व को बताते हुए कहा कि महिलाओं ने अपने धैर्य और संघर्ष के साथ खुद को दिखाया है और आखिरी मोहरे पर जीत हासिल की है।
उन्होंने महिलाओं के धैर्य की मिसाल देते हुए कहा कि महिलाओं ने अपने साथ हुई बेईमानी की शिकायत नहीं की, बल्कि उन्होंने साहस और सामर्थ्य का परिचय दिया है। सोनिया गांधी ने भारतीय महिलाओं के साहस की तारीफ की और कहा कि वे हिमालय की तरह अड़िग रहीं हैं और आज़ादी की लड़ाई लड़ी हैं।
महिला आरक्षण विधेयक को ‘राजीव गांधी का बिल’ बताया
उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं सिर्फ जन्म देने वाली नहीं हैं, बल्कि वे सोचने और सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण विधेयक को ‘राजीव गांधी का बिल’ बताया और कहा कि वे चाहती हैं कि सरकार इसे तुरंत लागू करे और महिलाओं को उनके अधिकार को पहचानने का मौका दें।
इसके अलावा, सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण के साथ-साथ जनगणना के माध्यम से पिछड़े तबके से आने वाली महिलाओं को भी आरक्षित सीटों पर मौका देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह समय है महिलाओं के प्रति आभार प्रकट करने का और महिला आरक्षण विधेयक को जल्द से जल्द पारित करने का।
लेखक: करन शर्मा