World breastfeeding week: विश्वभर में आज से मनाया जाएगा स्तनपान सप्ताह, जानिए क्यों मनाया जाता है?

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नई दिल्ली: पूरा विश्व 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाएगा। इस सप्ताह का उद्देश्य नवजात बच्चों को माताओं का दूध पिलाने के प्रति जागरूक करना है। क्योंकि ये बात तो सभी को पता है कि मां का पहला दूध बच्चें के लिए अमृत होता है, पर बदलते परिवेश के साथ कई जगह यह देखने को मिला कि माताएं बच्चों को अपना दूध ही नहीं पिलातीं, जिससे स्तनपान सप्ताह मनाने की जरूरत पड़ी है।

विश्व स्तनपान सप्ताह पर गर्भवती व धात्री महिलाओं को बच्चों को दूध पिलाने को जागरूक किया जाएगा। स्तनपान सप्ताह के लिए भारत सरकार से लेकर राज्यों सरकारें तक जिला स्तर से लेकर गांव स्तर तक महिलाओं को स्तनपान के लिए जागरुक करेंगी।

क्या है इतिहास?

साल 1991 में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्ट फीडिंग एक्शन यानी (WABA) का गठन किया गया था। शुरूआत में इसे साल में एक ही दिन मनाया जाता था।

लेकिन यह मुद्दा चूंकि आम जनजीवन और बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ था, इसलिए इसकी उपयोगिता और जरूरत को देखते हुए, इसकी अवधि को एक दिन से बढ़ाकर एक सप्ताह कर दिया और इसे विश्व स्तनपान सप्ताह यानी (World Breast feeding Week) नाम दिया गया।

1992 में पहली बार विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य था ब्रेस्टफीडिंग को बढ़ावा देना और दुनिया भर के बच्चों की सेहत को बेहतर बनाना। आज सौ से अधिक देश इस साप्ताहिक आयोजन से जुड़ चुके हैं।

कैसे मनाएं विश्व स्तनपान सप्ताह?

वैसे तो हर देश की सरकार ने इसका जिम्मा उठा रखा है, लेकिन जब तक जनता सरकार का साथ नहीं देगी, तब तक सरकार भी इस लड़ाई को जीत नहीं सकती है। सबसे पहले हमें यह जानने की जरूरत होती है कि स्तनपान कैसे बच्चों के विकास में मददगार है।

अगर आप इस बात को भलीभांति समझ चुके हैं तो आपका दायित्व बनता है कि आप दूसरों को भी इसके लाभ के बारे में बताएं। आप इसका प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से भी कर सकती हैं। आप इस बात की चर्चा कर सकती हैं कि स्तनपान से सिर्फ बच्चों को ही लाभ नहीं होता है साथ ही मां को भी लाभ होता है।

कुछ महिलाएं इस गलतफहमी के चलते नहीं कराती स्तनपान

साथ ही एक माँ का जीवन जीते हुए आपके लिए स्तनपान कैसा रहा? इससे आपने क्या सीखा? इस तरह की बातें आप सोशल मीडिया पर शेयर कर सकती हैं। क्योंकि कुछ महिलाओं ने अपने दिमांग में यह गलतफहमी पाल रखी है कि स्तानपान कराने से हमारे शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पढ़ सकता है, जोकि एक मिथ्य है और कुछ नहीं।

इस बारे में कई विशेषज्ञयों का मानना है कि स्तनपान से आपके शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पढ़ता है। सरकार भी कई स्तरों पर स्तनपान सप्ताह को बढ़ावा दे रही है और लोगों तक इसके लाभ और इसके प्रभावों के बारे में लोगों से सीधे संवाद करती है।

स्तनपान के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह बच्चे की नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है।
  • माँ का दूध बच्चों को सोने के लिए प्रेरित करता है।
  • माँ के दूध में हार्मोन होते हैं।
  • माँ के दूध में प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन होता है।
  • माँ के दूध से कई बीमारियों का जोखिम कम होता है।
  • मान्यता है कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर की संभावना कम होती है।
  • शिशु मृत्यु सिंड्रोम का खतरा कम होता है।

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