योगी सरकार ने एक और जिले का नाम बदला! गाजियाबाद के नाम बदलने पर कौन-कौन सहमत?

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नई दिल्ली/डेस्क: उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद गाजियाबाद का भी नाम बदला जा सकता है. यूपी के कुछ हिंदू संगठन इसके लिए लगातार मांग उठा रहे हैं. बड़े स्तर पर अभियान भी चालाया जा रहा है. संगठनों की इस मांग को अब सत्तारूढ़ दल भाजपा नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में मंगलवार को पहली बार इस मुद्दे पर चर्चा हुई.

बीजेपी के एक पार्षद ने बैठक में इसको लेकर प्रस्‍ताव पेश किया, जिस पर अन्‍य पार्षदों में भी सहमति नजर आई. 2018 में योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया. इसके बाद फैजाबाद का नाम अयोध्‍या कर दिया गया. इसके बाद से यूपी के कई जिलों के नाम बदलने की मांग चल रही है. गाजियाबाद नाम कैसे रखा गया?

मुगलशासन के दौर में गाजियाबाद को मौजूदा नाम मिला था. मुगल बादशाह औरंगजेब के शासन काल में यहां के नवाब गजीउद्दीन के नाम पर सन 1740 में हिंडन नदी किनारे बसे शहर का नामकरण किया गया था. हाल के समय में कई बार गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग हो चुकी है. दावा किया जाता है कि महाभारत काल में यह हस्तीनापुर का ही हिस्सा था.

किन-किन जिलों के नए नाम की मांग

गाजियाबाद गजप्रस्थ, हरनंदीपुरम या दूधेश्वरनाथ नगर

अलीगढ़- हरीगढ़

लखनऊ- लक्ष्‍मणपुरी

आगरा- अग्रवन

आजमगढ़- आर्यमगढ़

सुल्‍तानपुर- कुशभवनपुर

फर्रुखाबाद- पांचाल नगर

बदायूं – वेद मऊ

फिरोजाबाद- चंद्रनगर

शाहजहांपुर – शाजीपुर

मैनपुरी- मयानपुरी

संभल- कल्कि नगर या पृथ्‍वीराज नगर

देवबंद- देववृंदपुर

गाजीपुर- विश्‍वामित्र नगर

बहराइच- महाराजा सुहेलदेव नगर

लेखक: इमरान अंसारी