Eyes Health Update: स्वास्थ्य की देखभाल में नए अध्ययन और तकनीक के आधार पर, आंखों को किडनी की स्वास्थ्य का इंडिकेटर माना जा रहा है। एक अध्ययन में यह पाया गया है कि आंखों की जांच के माध्यम से किडनी की समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (OCT) तकनीक का उपयोग किया और पाया कि रेटिना और कोरॉइड में बदलाव के माध्यम से किडनी की समस्याओं को पहचाना जा सकता है।
किडनी की सेहत और आंखों के बीच का संबंध विशेष रूप से रक्त वाहिकाओं के माध्यम से होता है। आंखों में ये नाजुक रक्त वाहिकाएं रेटिना को पोषण प्रदान करती हैं, जबकि किडनी रक्त को शुद्ध करती है। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में, यदि रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है, तो आंखों में भी समस्याएं हो सकती हैं।
इस अध्ययन से पता चलता है कि किडनी की सेहत का ध्यान रखकर आंखों को भी स्वस्थ रखना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, यह अध्ययन नए उपचार और निदान के लिए नए द्वार खोलता है, जिससे किडनी की समस्याओं को जल्दी और सही ढंग से पहचाना जा सकता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, किडनी की समस्याओं के लक्षणों की अगर समय रहते पहचान लिया जाए, तो इसका इलाज संभव हो सकता है। इसमें यूरीन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।